लखनऊ: लोकसभा चुनावों को मद्देनजर रखते हुए समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन में सीटों का बंटवारा लगभग तय हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, सीटों का बंटवारा तो तय है लेकिन प्रत्याशियों के नाम के ऐलान से पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती अपने-अपने नेताओं से बात कर रही हैं। बताया जा रहा है कि ऐसा करके दोनों नेता अपनी-अपनी पार्टियों के उन उम्मीदवारों को समझा रहे हैं जो टिकट के दावेदार थे लेकिन जिन्हें गठबंधन की वजह से टिकट नहीं मिलेगा।
सूत्रों के मुताबिक, सपा-बसपा गठबंधन में सीटों का बंटवारा लगभग तय है। बंटवारे का आधार 2014 के लोकसभा चुनाव के नतीजे और जातीय समीकरण को बताय जा रहा है। आपको बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनावों में यूपी में सपा 31 और बसपा 34 सीट पर दूसरे नंबर पर रही थी। इनमें से 8 सीटों, सहारनपुर, हरदोई, सुल्तानपुर, भदोही, अलीगढ़, धौरहरा, बाराबंकी और उन्नाव में सपा-बसपा के बीच वोट का अंतर 10 हजार से कम था। बताया जा रहा है कि इन सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर माथापच्ची की जा रही है। आपको बता दें कि सपा और बसपा ने यूपी में 80 में से 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अखिलेश यादव ऐसे नेताओं को खुद समझा रहे हैं और क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से भी बात कर रहे हैं। सपा मुखिया अपने कार्यकर्ताओं को गठबंधन के फायदे गिनाते हुए उनसे नाराजगी दरकिनार करने और बसपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी करने का निर्देश दे रहे हैं। उधर, बसपा ने भी 20 जनवरी को लखनऊ में जोन इंचार्ज और कोऑर्डिनेटर्स की मीटिंग बुलाई है जिसमें मायावती का संदेश पढ़कर सुनाया जाएगा। बसपा अपने कार्यकर्ताओं को सपा क साथ मिलकर गठबंधन को मजबूत करने का संदेश देगी।
महागठबंधन: सपा-बसपा के बीच 8 सीटों पर बंटवारा अभी बाकी, जल्द हो सकता है फैसला