नयी दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लगातार पांचवें कामकाजी दिन लोकसभा की बैठक बाधित हुई। राफेल मामले पर राहुल गांधी से माफी की भाजपा सदस्यों की मांग, कांग्रेस सदस्यों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग तथा अलग-अलग मुद्दों पर अन्नाद्रमुक एवं तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर करीब 12:20 बजे दिन भर के लिये स्थगित कर दी गई। सदन की बैठक जब एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे शुरू हुई तो स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही।
शोरगुल के बीच लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से सदन में व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि संसद चर्चा के लिए है और सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सदन में हंगामा करना सही तरीका नहीं है और इससे अच्छा संदेश नहीं जाता है।
सदन में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राफेल मामले पर जेपीसी के गठन की मांग दोहराते हुए कहा कि सरकार को यह मांग स्वीकार करनी चाहिए और जेपीसी के समक्ष उच्चततम न्यायालय में उल्लेखित कैग रिपोर्ट आनी चाहिए और विमान के मूल्य तथा दूसरे दस्तावेजों की जांच होनी चाहिए।
संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद ‘दूध का दूध, पानी का पानी’ हो गया है। सरकार राफेल मामले पर चर्चा के लिए तैयार है। इसके बाद भी भाजपा और कांग्रेस सदस्यों की नारेबाजी जारी रही। हंगामा नहीं थमने पर लोकसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले मंगलवार सुबह प्रश्नकाल शुरू होने के साथ ही कांग्रेस सदस्य राफेल मामले में जेपीसी के गठन की मांग और अन्नाद्रमुक सदस्य कावेरी नदी पर बांध का निर्माण रोकने की मांग करते हुए अध्यक्ष के आसन के पास आ गए। तेदेपा सदस्य भी आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते हुए हाथो में तख्तियां लेकर आसन के पास आ गए।
सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्य राफेल मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले की पृष्ठभूमि में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की। उन्होंने ‘राहुल गांधी माफी मांगो’ के नारे लगाए। भाजपा सदस्यों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर ‘राहुल गांधी माफी मांगो’ लिखा हुआ था। कांग्रेस सदस्य के हाथों में तख्तियां थी जिन पर ‘वी डिमांड जेपीसी’ लिखा हुआ था।
शिरोमणि अकाली दल के प्रेम सिंह चंदूमाजरा भी अपने स्थान पर खड़े होकर कुछ कहते हुए नजर आए। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन की बैठक चलने देने का आग्रह किया। हंगामा थमता नहीं देख उन्होंने कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी।