नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को केंद्र सरकार द्वारा सावधानीपूर्वक धीरे-धीरे अंतर-राज्य यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू करने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह एक अच्छा कदम है। इससे विभिन्न स्थानों पर लंबे समय से फंसे लोगों को अपने-अपने घर लौटने में आसानी होगी।
पी चिदंबरम ने कहा कि सरकार को इसी प्रकार सड़क यातायात और हवाई यातायात को धीरे-धीरे खोलना चाहिए। इससे देश में आवाजाही शुरू होने से अर्थव्यवस्था को भी सहारा मिलेगा। उल्लेखनीय है कि भारतीय रेल ने 12 मई से चरणबद्ध तरीके से यात्री ट्रेन सेवाएं शुरू करने की घोषणा की हे। शुरुआत में चुनिंदा मार्गों पर 15 जोड़ी ट्रेनें (अप-एंड-डाउन मिलाकर 30 ट्रेनें) चलाई जाएंगी। साथ ही रेलवे ने कहा कि इन ट्रेनों में सीटें आरक्षित कराने वाले यात्रियों को प्रस्थान के समय से कम से कम एक घंटा पहले रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा।
पूर्व वित्त मंत्री ने ट्वीट किया हम यात्री ट्रेनों का परिचालन सावधानीपूर्वक शुरू करने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं। इसी तरह सड़क परिहवन और विमानन सेवा की सीमित स्तर पर शुरुआत होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आर्थिक एवं वाणिज्यिक गतिविधियों को प्रभावी रूप से शुरू करने का यही एक रास्ता है कि सड़क, रेल और विमानन सेवाओं को खोला जाए।
भारतीय रेल ने कहा कि शुरुआत में सभी 15 राजधानी ट्रेनों के मार्गों पर वातानुकुलित सेवाएं शुरु होंगी और उनका किराया सुपर-फास्ट ट्रेनों के समान होगा। ये विशेष ट्रेनें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से चलेंगी और डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू-तवी को जाएंगी।
श्रमिक ट्रेनों से उलट इन ट्रेनों के डिब्बों में सभी 72 सीटों पर बुकिंग होगी और इनके किराए में किसी भी प्रकार की छूट की संभावना भी नहीं है। गौरतलब है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में एक डिब्बे में अधिकतम 54 यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति है। इन ट्रेनों में आरक्षण के लिए बुकिंग 11 मई शाम चार बजे से शुरू होगी। बुकिंग सिर्फ आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिए की जा सकेगी। अधिकारियों ने बताया कि आरक्षण के दौरान प्राप्त टिकटों पर ‘क्या करें और क्या ना करें’ स्पष्ट रूप से लिखा होगा। उसमें दिशा-निर्देश भी शामिल होंगे, जैसे- कम से कम एक घंटा पहले रेलवे स्टेशन पहुंचना, प्रस्थान बिंदु पर मेडिकल जांच, कोरोना वायरस संक्रमण से जुड़े अन्य प्रोटोकॉल, मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग तथा आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना आदि।
सिर्फ वैध आरक्षित टिकटधारकों को रेलवे स्टेशन में प्रवेश की अनुमति होगी। सिर्फ उन्हीं लोगों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति होगी जिनमें वायरस से संक्रमण के कोई लक्षण नजर नहीं आएंगे। यात्रा के दौरान ट्रेन बेहद कम स्टेशनों पर रुकेगी। इन ट्रेनों में यात्रा करने वालों को कंबल, चादर और तौलिया आदि नहीं दिया जाएगा। इन ट्रेनों में वातानुकूलन के लिए विशेष नियम होंगे, तापमान सामान्य दिनों के मुकाबले थोड़ा ज्यादा रखा जाएगा और डिब्बों के भीतर ज्यादा से ज्यादा ताजा हवा की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।