नई दिल्ली: दिल्ली कांग्रेस में चल रहे उथल पुथल को लेकर पंचतत्व में विलीन हुई दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता शीला दीक्षित के एक आखिरी खत ने पूरी बाज़ी खोल कर रख दी है। शीला दीक्षित का आखिर खत सामने आया है जो उन्होंने सोनिया गांधी को लिखा था। इस चिट्ठी में अजय माकन की जम कर शिकायत की गई है और माकन पर दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको को बरगलाकर उल्टे सीधे फैसले करवाने के आरोप लगाया है।
शीला दीक्षित ने अपने आखिरी खत में लिखा है, “मैं दिल्ली कांग्रेस को मजबूत करने के लिए फैसले ले रही हूं, लेकिन पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन के इशारे पर चलकर प्रभारी पीसी चाको बेवजह कदम उठा रहे हैं। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन प्रभारी चाको को गुमराह कर रहे हैं और पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जानबूझकर मेरे फैसलों में अड़ंगा लगाया जा रहा है, जबकि, मैने ही 'आप' से अलग चुनाव लड़ने का फैसला लिया था।“
उन्होंने आगे लिखा, “माकन के कहने पर चाको तो उसके (आप) पक्षधर थे। आखिर में नतीजे बताते हैं कि 3 नम्बर की कांग्रेस बिना गठजोड़ के 2 नम्बर पर आ गयी। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने प्रभारी चाको को गलत समझाया और बेवजह मेरे फैसलों पर सवाल खड़े करवाए। मेरा साफ कहना है कि आलाकमान निष्पक्ष होकर पूरे मामले में मेरी, चाको की और अजय माकन की भूमिका की जांच कर ले। मुझे विश्वास है कि मेरी बात सही साबित होगी।“
बता दें कि शीला दीक्षित का दिल का दौरा पड़ने से शनिवार को निधन हो गया। शीला दीक्षित दिसंबर 1998 से दिसंबर 2013 तक दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी थीं। मुख्यमंत्री रहने के बाद शीला दीक्षित केरल की राज्यपाल भी रह चुकी थीं। वर्तमान में वे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष थीं। लंबे समय से बीमार होने के चलते 81 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।