सीबीआई शिकंजे के बाद बिहार में सियासी फेरबदल की संभावना। अब से थोड़ी देर में पटना में लालू यादव RJD विधायक दल की बैठक करने जा रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर बड़ा फैसला हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव को उप मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा भी ज़ोरों पर है। इस पद के लिए अब्दुल बारी सिद्दीक़ी और मुद्रिका का भी नाम भी चल रहा है।
बिहार की राजनीति के लिए अगले 48 घंटे अहम माने जा रहे हैं। नीतीश कुमार 72 घंटे बाद राजगीर से पटना लौटे हैं लेकिन अभी तक उन्होंने लालू और उनके परिवार पर CBI के छापों पर कोई बयान नहीं दिया है। सीएम नीतीश कुमार भी मंगलवार को अपने सांसदों, विधायकों के साथ बैठक करेंगे।
पहले सीबीआई और उसके बाद ईडी के छापों ने लालू की जमीन हिलाकर रख दी है। पहले बेटी, फिर दामाद और उसके बाद जैसे ही छोटे बेटे तेजस्वी यादव तक जांच की आंच पहुंची, बिहार की सियासत कांपने लग गई। लगातार पड़े रहे छापों ने बिहार के दिग्गज लालू यादव की धुरी को इस तरह हिला कर रख दिया है कि अब ये सवाल बिहार की हवा में तैरने लगा है लालू इस नई परिस्थिति का सामना कैसे करेंगे।
नीतीश कुमार चुप है और उनकी चुप्पी से क़यासबाज़ी का बाज़ार गर्मा गया है। ऐसे में लालू यादव का आज विधायक दल की बैठक बुलाना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सीबीआई रेड के बीच इस मुश्किल परिस्थिति में कांग्रेस तो लालू के साथ खड़ी है लेकिन नीतीश अब तक दूर ही हैं।
इस बैठक में इस बात पर भी चर्चा होगी कि कैसे महागठबंधन को इस आंच से बचाया जाए। दरअसल आरजेडी विधायको का मानना है कि आज जो स्थिति है उसके पीछे बीजेपी है।
नीतीश कुमार सोमवार को जनता दरबार लगाते थे और उसके बाद मीडिया से बात करते थे लेकिन आज सोमवार को ऐसा कुछ नहीं होगा । सारा कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। राजनीति जितने तरह के खेल दिखा सकती है..वो सब बिहार में दिखा रही है। सियासत के सारे पैंतरे एक तरफ और ये सच एक तरफ कि लालू यादव अब बीच भंवर में अटक गए हैं।