नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा की रजत जयंती में वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के हिस्सा लेने के लिए स्वीकृति देने पर दिल्ली भाजपा के कुछ नेताओं ने आपत्ति जताई है। विधानसभा में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) का प्रभुत्व है। कई नेताओं ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि आडवाणी को कार्यक्रम से अलग रहना चाहिए।
दिल्ली भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया, ‘‘आप के नेता और खासकर उनके प्रमुख अरविंद केजरीवाल लगभग हर प्लेटफॉर्म से अपना एजेंडा आगे बढ़ाते हैं। इस मामले में आडवाणी अनजाने में उनका ‘टूल’ बन जाएंगे।’’
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष ने सदन की पहली बैठक की 25वीं जयंती पर आडवाणी को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने बताया कि 15 दिसम्बर को होने वाले कार्यक्रम के लिए आडवाणी ने उनके निमंत्रण को स्वीकार कर लिया।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मामले में पार्टी नेताओं की आपत्तियों को खारिज करते हुए कहा कि आडवाणी को कार्यक्रम में हिस्सा लेना चाहिए क्योंकि इससे वह आप सरकार की ‘‘नकारात्मकता’’ को खत्म कर सकेंगे। तिवारी ने कहा, ‘‘केजरीवाल का दृष्टिकोण नकारात्मक है। मैं जानता हूं कि उन्होंने आडवाणी को सकारात्मक नजरिए से निमंत्रण नहीं दिया है, फिर भी उन्हें वहां जाना चाहिए।’’