नई दिल्ली: सुशील गुप्ता एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और इन्होंने कांग्रेस पार्टी के साथ राजनीति की शुरुआत की थी। वे 2013 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी हार चुके हैं। 2013 में भी आम आदमी पार्टी ने सुशील गुप्ता को मोतीनगर सीट से टिकट ऑफर किया था लेकिन तब उन्होंने इनकार कर दिया था। वह कांग्रेस के टिकट पर मोतीनगर से 2013 का दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़े और उन्हें बीजेपी के सुभाष सचदेवा के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। वह तब दूसरे सबसे अमीर उम्मीदवार थे और उन्होंने हलफनामे में अपनी संपत्ति 164 करोड़ रुपये बताई थी।
गुप्ता ने हेल्थ और एजुकेशन दोनों सेक्टरों पर काफी काम किया है। उनके दिल्ली में 10 से ज्यादा चैरिटेबल हॉस्पिटल चल रहे हैं और कई स्कूल भी चल रहे हैं। आपको बता दें कि सुशील गुप्ता महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल और स्कूल के ट्रस्टी हैं और गंगा इंटरनेशनल स्कूल भी चलाते हैं। आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा के लिए अपने तीन उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। इनमें संजय सिंह के अलावा सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को राज्यसभा टिकट देने का फैसला किया गया है।
मनीष सिसोदिया ने इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए बताया कि पार्टी ने राज्यसभा सीटों के लिए कुल देश की 18 बड़ी हस्तियों के नामों पर विचार किया था लेकिन अंतत: संजय सिंह, सुशील गुप्ता,एनडी गुप्ता के नाम पर सहमति बनीं।