नई दिल्ली. देश की राजधानी नई दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। किसानों के प्रदर्शन के साथ ही देश में सियासत भी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल किसान आंदोलन के समर्थन में उपवास रखने की घोषणा कर चुके हैं। उनकी इस घोषणा के बाद भाजपा के नेता प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर उनपर निशाना साधा है।
प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर कहा, "अरविंद केजरीवाल जी, ये आपका पाखण्ड है। आपने पंजाब विधानसभा चुनावों में वादा किया था कि जीतने पर APMC कानून में संशोधन किया जाएगा। नवम्बर 2020 में आपने दिल्ली में कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया और आज आप उपवास का ढोंग कर रहे हो। यह कुछ और नही बल्कि पाखण्ड ही है।"
केजरीवाल ने जावड़ेकर के इन आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "उपवास पवित्र होता है। आप जहां हैं, वहीं हमारे किसान भाइयों के लिए उपवास कीजिए। प्रभु से उनके संघर्ष की सफलता की प्रार्थना कीजिए। अंत में किसानों की अवश्य जीत होगी।"
केजरीवाल ने अमरिंदर पर लगाए आरोप
एक अन्य ट्वीट में अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "कैप्टन जी, मैं शुरू से किसानों के साथ खड़ा हूं। दिल्ली के स्टेडीयम जेल नहीं बनने दी, केंद्र से लड़ा। मैं किसानों का सेवादार बनके उनकी सेवा कर रहा हूं। आपने तो अपने बेटे के ED केस माफ़ करवाने के लिए केंद्र से सेटिंग कर ली, किसानों का आंदोलन बेच दिया? क्यों?"दरअसल पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर किसानों के चल रहे आंदोलन का राजनीतिक दोहन करने का आरोप लगाया था और कहा कि वो अपनी पार्टी के चुनावी एजेंडे को बढ़ाने के लिए 'झूठ और झूठे प्रचार' का सहारा ले रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री ने केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा, "दिल्ली में केजरीवाल सरकार के ठीक उलट, जो कॉरपोरेट घरानों के टुकड़ों पर पनप रही है, पंजाब सरकार ने न तो अडानी पावर के साथ कोई समझौता किया है और न ही राज्य में बिजली खरीद के लिए किसी के साथ बोली लगाई है।"
अमरिंदर सिंह ने कहा, यह वास्तव में केजरीवाल सरकार थी जो बेशर्मी से 23 नवंबर को काले कृषि कानूनों को अधिसूचित कर रही थी, ऐसे समय में जब किसान कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए दिल्ली तक मार्च करने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने कहा, "और अब वे यह घोषणा करके नाटक कर रहे हैं कि वे सोमवार को किसानों की भूख हड़ताल के समर्थन में उपवास पर रहेंगे।"