नई दिल्ली। हरियाणा में खंडित जनादेश आने के बावजूद भाजपा ने दूसरी बार सरकार बनाने के लिए कमर कस ली है। चंडीगढ़ में भाजपा विधानमंडल दल की बैठक शनिवार को 11 बजे से होगी, जिसमें पार्टी के विधायक मुख्यमंत्री पद के लिए अपना नेता चुनने की औपचारिकता पूरी करेंगे।
गुरुवार को चुनाव नतीजे आने के दिन भाजपा मुख्यालय में हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में मनोहर लाल खट्टर के नाम पर मुहर लग गई थी, इसलिए विधानमंडल दल की बैठक में भी उनके ही नाम को हरी झंडी मिलना तय है। बैठक के बाद खट्टर के नेतृत्व में पार्टी नेता राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
हरियाणा विधानमंडल दल की बैठक में बतौर पर्यवेक्षक दिल्ली से केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह भाग लेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, फैसला लेने के लिए संसदीय बोर्ड द्वारा अधिकृत किए जाने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दोनों नेताओं को हरियाणा में सरकार गठन की प्रक्रिया की निगरानी के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
कुल 90 सीटों के लिए हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को इस बार 40 सीटें मिली हैं, जो बहुमत से 6 सीटें कम हैं। ऐसे में भाजपा ने निर्दलियों के समर्थन से सरकार बनाने का फैसला किया है। इस बीच, आठ निर्दलीय विधायकों ने भाजपा को बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा की है।