कलबुर्गी (कर्नाटक): कर्नाटक में सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाने की उठ रही मांग के बीच मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने कहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम मल्लिकार्जुन खड़गे को बहुत पहले ही राज्य का शीर्ष पद दिया जाना चाहिए था और उनके साथ कथित तौर पर अन्याय हुआ है।
उनका बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस के कुछ विधायक मांग कर रहे हैं कि सिद्धारमैया को फिर से मुख्यमंत्री बनाया जाए। इस मांग से कांग्रेस और जेडीएस के बीच तीखा वाकयुद्ध चल रहा है। कुमारस्वामी के इस बयान से भाजपा को गठबंधन सरकार पर हमला करने का एक नया मौका मिल गया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी एस येद्दियुरप्पा ने जदएस नेता कुमारस्वामी से खड़गे के लिए तत्काल अपनी कुर्सी खाली करने को कहा।
नौ बार के विधायक और दो बार लोकसभा का सदस्य रहे खड़गे ने कुमारस्वामी के बयान को ‘चुनाव के समय दिया गया बयान’ करार दिया। खड़गे को कभी चुनावी हार का मुंह नहीं देखना पड़ा है।
कुमारस्वामी ने मंगलवार को चिंचोली में एक सभा में खडगे की उपस्थिति में कहा, ‘‘मल्लिकार्जुन खड़गे को बहुत पहले ही मुख्यमंत्री बना दिया जाना चाहिए था.... मैं महसूस करता हूं कि उनके साथ अन्याय किया गया... मैं स्पष्ट तौर पर कहना चाहूंगा कि खड़गे ने जितना कुछ किया, उन्हें उसकी पहचान नहीं मिली।’’ उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं कुछ त्रुटि हई। कुमारस्वामी ने कहा कि वर्तमान गठबंधन सरकार में खड़गे भी मुख्यमंत्री बन सकते थे लेकिन उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस नेतृत्व के फैसले को मानेंगे।
उनके बयानों पर येद्दियुरप्पा ने कहा, ‘‘उन्होंने (कुमारस्वामी) कहा है कि उन्हें (खड़गे) बहुत पहले ही मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए था। उनके सपने को साकार बनाने के लिए वह कल ही इस्तीफा दें और खड़गे को मुख्यमंत्री बनाएं।’’ वरिष्ठ भाजपा विधायक बसानगौड़ा पाटिल यतनाल ने कुमारस्वामी के बयान को सत्ता में बने रहने के लिए सिद्धारमैया और खड़गे के बीच दूरी पैदा करने की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि यहां तक कि कांग्रेस में भी किसी की दिलचस्पी खड़गे को मुख्यमंत्री बनाने में नहीं है।
येद्दियुरप्पा ने कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं कहा है कि हम सरकार गिरा देंगे। हम ऐसी कोई कोशिश भी नहीं कर रहे हैं। जेडीएस और कांग्रेस एक दूसरे से झगड़ रहे है और मतभेदों के चलते सरकार गिरेगी।’’ सिद्धारमैया ने उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाने की पार्टी के अंदर उठ रही मांग को समर्थकों का ‘स्नेह’ बताया था और कहा था कि वह अगला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने के अपने बयान पर अब भी कायम हैं। चिंचोली विधानसभा क्षेत्र में 19 मई को उपचुनाव है।
उनकी सरकार के टिके रहने के संबंध में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बी एस येद्दियुप्पा की टिप्पणी पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा के नेतागण मेरी सरकार के गिरने के लिए एक के बाद एक समयसीमा तय कर रहे हैं। नवीनतम समयसीमा 23 मई तय की गयी है। लेकिन कुछ नहीं होगा। वास्तव में 23 मई के बाद मेरी सरकार और मजबूत होगी क्योंकि उसे मल्लिकार्जुन खड़गे और सिद्धरमैया जैसे कांग्रेस नेताओं का समर्थन हासिल है।’’