तिरूवनंतपुरम: केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने सोमवार को कहा कि वह ऐसे व्यक्ति नहीं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘इशारों’ पर काम करेंगे। विजयन ने इसके साथ ही केरल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एम रामचंद्रन पर निशाना साधा जिन्होंने आरोप लगाया था कि वाम सरकार ने मोदी के इशारे पर आईपीएस लोकनाथ बेहरा को केरल का पुलिस प्रमुख बनाया। केरल कांग्रेस प्रमुख एम रामचंद्रन ने शनिवार को आरोप लगाया था कि गुजरात दंगों और इशरत जहां कथित फर्जी मुठभेड़ मामलों में बेहरा द्वारा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को क्लीन चिट दिये जाने के बाद उन्हें मोदी के इशारे पर राज्य का डीजीपी नियुक्त किया गया।
विजयन ने कहा कि जो उन्हें जानते हैं वे इससे अवगत हैं कि वह ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो प्रधानमंत्री के ‘इशारों’ पर काम करेंगे। रामचंद्रन 2009 में मनमोहन सिंह कैबिनेट में पांच वर्ष तक गृह राज्य मंत्री रहे थे। उन्होंने यह आरोप कोझीकोड जिले में वतकारा में ‘यूथ लीग’ के कार्यक्रम में लगाया था। विजयन ने रामचंद्रन पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि रामचंद्रन के सामने ऐसा मुद्दा आया तो उन्हें तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम को सूचित करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि संप्रग 10 वर्षों तक सत्ता में थी। मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि राजचंद्रन 2009 से मंत्री थे।
उन्होंने कहा, ‘उनके पास पांच वर्ष थे। वे उतने वर्षों तक चुप क्यों रहे? उनकी ईमानदारी संदेहों के घेरे में है। उन्होंने यह सूचना क्यों छुपायी। उनके शब्दों पर विश्वास नहीं किया जा सकता।’ विजयन ने कहा कि यदि कोई मोदी और शाह को बचाने का प्रयास कर रहा था तो उन्हें उस मुद्दे को लेकर तदनुसार कार्रवाई करनी चाहिए थी। रामचंद्रन ने कहा कि 5 वर्ष तक एक केंद्रीय मंत्री के तौर पर उनके सामने कई फाइलें आयीं। उन्होंने कहा, ‘उनमें देश के सबसे बड़ें दंगे, गुजरात हिंसा, इशरत जहां मामला और ऐसे कई मामले थे जिसमें मोदी (गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री) और अमित शाह सह आरोपी थे।’
रामचंद्रन ने आरोप लगाया था कि बेहरा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के उन अधिकारियों में से एक थे जिन्होंने मोदी और शाह को ‘क्लीन चिट देने वाली’ रिपोर्ट तैयार की थी। रामचंद्रन ने आरोप लगाया कि इसके बदले में बेहरा को प्रधानमंत्री के इशारे पर केरल का डीजीपी नियुक्त किया गया। रामचंद्रन ने विजयन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि मोदी ने ‘अपने नये साथी’ को बेहरा को डीजीपी के तौर पर नियुक्त करने का निर्देश दिया और उन्होंने उपकृत किया।