हैदराबाद: टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव के कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित विपक्षी दलों की 19 जनवरी को होने वाली रैली में शामिल होने की संभावना नहीं है क्योंकि वह कांग्रेस के साथ मंच साझा नहीं करना चाहते। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। केसीआर के नाम से मशहूर राव ने क्षेत्रीय दलों का गैर कांग्रेसी, गैर भाजपा संघीय मोर्चा बनाने के प्रयासों के तौर पर हाल ही में तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने गत 24 दिसंबर को कोलकाता में मुलाकात के बाद मीडिया से बात की थी लेकिन ममता ने कोई टिप्पणी नहीं की। ऐसी खबरें हैं कि ममता प्रस्तावित विपक्षी महागठबंधन से कांग्रेस को बाहर रखने के पक्ष में नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या केसीआर कोलकाता की रैली में शामिल होंगे, इस पर लोकसभा में टीआरएस के सदन के उपनेता बी. विनोद कुमार ने गुरुवार को कहा, ‘‘मुझे मालूम नहीं कि केसीआर को निमंत्रण मिला है या नहीं। मुझे इसकी जानकारी नहीं है। शायद उन्हें निमंत्रण मिला होगा। मुझे नहीं लगता कि जब राहुल गांधी इसमें भाग ले रहे हैं तो केसीआर इसमें शामिल होंगे।’’
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के लिए तेलंगाना में कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल है और केसीआर ने पिछले साल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को देश का ‘‘सबसे बड़ा जोकर’’ बताया था। टीआरएस 119 सदस्यीय तेलंगाना विधानसभा की 88 सीटें जीतकर पिछले महीने फिर से सत्ता में आई। कांग्रेस 19 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही।
केसीआर ने हाल ही में ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल प्रमुख नवीन पटनायक से मुलाकात कर संघीय मोर्चे के लिए समर्थन मांगा था। पटनायक ने बुधवार को बयान दिया था कि उनकी पार्टी कांग्रेस और भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी जिससे टीआरएस उत्साहित है। कुमार ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि केसीआर से मुलाकात के कारण उन्होंने ऐसा बयान दिया। उन्होंने काफी समय पहले ही अपना रुख तय कर लिया था। उनका लंबे समय से यही रुख रहा है।’’
उन्होंने कहा कि केसीआर और पटनायक दोनों की एक जैसी राय है क्योंकि वे दोनों राष्ट्रीय दलों के साथ गठबंधन के खिलाफ हैं। टीआरएस नेता ने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के तेलंगाना के मुख्यमंत्री से बात करने के लिए ‘‘किसी भी समय’’ दक्षिणी राज्य का दौरा करने की संभावना है।
केसीआर के संघीय मोर्चे पर बसपा सुप्रीमो मायावती के रुख पर उन्होंने कहा, ‘‘हमने उनके साथ चर्चा नहीं की।’’ टीआरएस सूत्रों ने दावा किया कि केसीआर के संघीय मोर्चे के विचार को बल मिल रहा है।