श्रीनगर: प्रशासन ने मुहर्रम जुलूस के मद्देनजर शुक्रवार को श्रीनगर के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लगा दिया है। मुहर्रम का यह जुलूस गुरु बाजार क्षेत्र से शुरू हो रहा है और दालगेट क्षेत्र में समाप्त होगा। कश्मीर में अलगाववादी हिंसा शुरू होने के बाद से सरकार ने 1990 से ही जुलूस पर पाबंदी लगा रखी है।
पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और अर्धसैनिक बलों को प्रतिबंधित क्षेत्रों में तैनात किया गया है। इन इलाकों में राहगीरों और वाहनों के आवागमन पर भी रोक है। हालांकि, श्रीनगर के अन्य हिस्सों और कश्मीर घाटी में जनजीवन सामान्य है।
ग़ौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार द्वारा इस साल मोहर्रम के जुलूसों के दौरान मां दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन पर रोक लगाने के फ़ैसले पर राजनीति शुरु हो गई थी लेकिन कोलकाता हाईकोर्ट ने इस फ़ैसले को ग़लत ठहरा दिया। कोर्ट का कहना है कि मूर्ति विसर्जन और मोहर्रम के जुलूस के लिए पुलिस व्यापक बोंदोबस्त करे.
इस विषय को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की एक बैठक स्टेट सेक्रेटरी से हुई। इस पर मंत्रियों और पुलिस विभाग के आला अधिकारियों से बातें शुक्रवार को हुई। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दिन 1 अक्टूबर को सभी डीएम कंट्रोल रूम में मौजूद रहेंगे। कोलकाता हाईकोर्ट ने यह आदेश दिया है कि आयोजक दुर्गा प्रतिमा विसर्जन विजय दशमी से शुरू कर सकते हैं।