श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में सेना के काफिले पर शनिवार को आंतकियों ने हमला कर दिया। इसमें 2 जवान शहीद हो गए, जबकि 4 जवान घायल हो गए। यह वारदात अनंतनाग के काजीगुंड में हुई। मिली जानकारी के अनुसार हमले के बाद सेना ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है और तलाशी अभियान शुरु कर दिया है।
दक्षिण कश्मीर में उग्रवादियों का काफी प्रभाव माना जाता है। यहां युवा या तो उग्रवादी संगठनों में शामिल हो जाते हैं या फिर उग्रवादियों से हमदर्दी रखते हैं। यहां पत्थरबाज़ी की घटनाएं और उग्रवादी के जनाज़े में भीड़ का उमड़ना आम बात है। साउथ कश्मीर में अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां ज़िले आते हैं। पिछले साल लश्कर-ए-तैयबा के चीफ कमांडर अबु क़ासिम के मारे जाने के बाद से उग्रवाद यहां तेज़ी से जड़ें जमाईं हैं।
जम्मू-कश्मीर में कितनी आतंकी घटनाएं?
- होम मिनिस्ट्री के मुताबिक, "2012 में जम्मू-कश्मीर में 220 और 2016 में 322 आतंकी घटनाएं हुईं। 2016 में 82 जवान शहीद हुए और 15 सिविलियन्स मारे गए।"
- "2015 में 208 आतंकी घटनाएं हुईं। 39 जवान शहीद हो गए और 17 सिविलियन्स मारे गए। इस साल एनकाउंटर में सिक्युरिटी फोर्सेस ने 108 आतंकियों को मार गिराया।"
- "2013 में 170 आतंकी हमले हुए, जिसमें 53 जवान शहीद हो गए और 15 सिविलियन्स की मौत हो गई। फोर्सेस ने 67 आतंकियों को ढेर कर दिया।"
- "2014 में आतंकी घटनाओं में 47 जवान शहीद हुए, 28 सिविलियन्स मारे गए। फोर्सेस के साथ एनकाउंटर में 110 आतंकी मारे गए।"
- "2012 में 220 आतंकी हमलों में 15 जवान शहीद हुए। एनकाउंटर में फोर्सेस ने 72 टेररिस्ट को मार गिराया।"