बेंगलुरु. कर्नाटक में सत्ताधारी दल भाजपा के विधायकों में असंतोष की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा कि उनका ध्यान राज्य के विकास और कोविड-19 महामारी को फैलने से रोकने पर है। गत सप्ताह भाजपा के कुछ विधायकों ने आपस में बैठक की थी। एक प्रश्न के उत्तर में येदियुरप्पा ने यहां संवाददाताओं से कहा, “मैं राज्य के विकास और कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए काम कर रहा हूं। मेरा ध्यान इसी पर है। मैं अन्य मसलों के बारे में चिंतित नहीं हूं। मैं उन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा।”
कुछ भाजपा नेताओं द्वारा कथित तौर पर दिए गए बयान में कहा गया था कि येदियुरप्पा उनके नेता नहीं हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। राज्य में भाजपा विधायकों के एक वर्ग द्वारा हाल ही में बैठकें किए जाने से सत्ताधारी दल में खतरे की घंटी बज उठी थी जिसके बाद मुख्यमंत्री की ओर से प्रत्यक्ष रूप से आई यह पहली प्रतिक्रिया थी। येदियुरप्पा ने इन बैठकों के बारे में कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी और न ही उनके नेतृत्व पर उठते सवालों को नकारा।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इससे अटकलों को बल मिला है। कुछ वरिष्ठ विधायकों के मंत्री बनने की आकांक्षा और आगामी राज्यसभा तथा राज्य विधान परिषद के चुनावों के कारण सत्ताधारी दल के विधायकों में नाराजगी है। इन्हीं मुद्दों को लेकर दर्जनभर से अधिक विधायकों ने बृहस्पतिवार को वरिष्ठ विधायक उमेश कट्टी के साथ बैठक की थी।
सूत्रों के अनुसार बैठक में कई विधायकों ने अपने विधान सभा क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए दी जा रही राशि और येदियुरप्पा के कामकाज के तरीकों पर नाराजगी व्यक्त की थी। ऐसी बैठक पहली बार नहीं की गई थी। फरवरी में विधानसभा सत्र के दौरान एक वरिष्ठ मंत्री के आवास पर हुई विधायकों की बैठक से भी भाजपा के भीतर भृकुटि तन गई थी।