नई दिल्ली: कर्नाटक में बुधवार को नए सीएम ने शपथ ले तो ली लेकिन एक सवाल सबके जेहन में है, क्या ये सरकार पांच साल चल पाएगी। शपथग्रहण समारोह के तुरंत बाद एक वीडियो सामने आया जिसमें सीताराम येचुरी, चन्द्रबाबू नायडू, डी राजा और अरविन्द केजरीवाल समेत कई विपक्ष के दिग्गज नेता दिखाई दे रहे हैं। नेताओं के बीच इस बात पर बहस हो रही है कि ये सरकार कितने दिन चलेगी? ये उस वक्त की तस्वीर है जब कर्नाटक के सीएम के शपथग्रहण समारोह के लिए गई कुर्सियां हटाई भी नहीं गई थी लेकिन उसके पहले ही एक ऐसी चर्चा कर्नाटक की सियासी हवा में तैरने लगी जिसने गठबंधन के संघर्ष की डुगडुगी की हवा निकाल दी।
इस वीडियो को देखने के बाद यही लगता है कि कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस की गठबंधन सरकार तो बन गई है, लेकिन किसी को यकीन नहीं कि सरकार पांच साल अपना कार्यकाल पूरा कर पाएगी। मतलब बीजेपी को रोकने के लिए जो गोलबंदी हुई है वो सिर्फ एक छलावा है। इस बैठक में आपको कई चेहरे नजर आ जाएंगे जिसे आप जानते होंगे क्योंकि ये वो लोग हैं जो अक्सर तीसरे मोर्चे का झंडा बुलंद करते दिख जाते हैं।
वीडियो में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, लेफ्ट के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी और डी राजा हैं। वैसे इस बैठक में मायावती और ममता बनर्जी भी थीं लेकिन वीडियो में दोनों नजर नहीं आ रहीं हैं। आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू भी हैं और ये सब चर्चा कर रहे हैं क्या मोदी के सामने कोई विकल्प खड़ा हो पाएगा लेकिन चर्चा के बीच में ही सवाल सामने आता है क्या कुमारस्वामी पांच साल सरकार चला पाएंगे।
जिन दलों ने कर्नाटक में सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ सियासी प्रदर्शन किया है उस ताकत को नजरअंदाज करना बीजेपी के लिए मुमकिन नहीं है लेकिन सवाल है जब विपक्ष को ही कुमारास्वामी की सरकार में भविष्य नजर नहीं आता तो 2019 में मोदी के सामने कहां टिक पाएंगे। बीजेपी कह रही है कि ये सरकार तीन महीने भी नहीं चल पाएगी। कांग्रेस और कुमारास्वामी के बीच हर किसी की नजर रहेगी, अगर पांच साल के पहले इन दोनों के बीच भरोसे में कोई दरार आती है तो विपक्ष की सियासत और सोच दोनों के लिए वोटों का बाजार सिकुड़ जाएगा।