नई दिल्ली: कर्नाटक में कांग्रेस और जद(एस) के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर चल रहे गतिरोध का आज भी कोई समाधान नहीं हो सका, हालांकि दोनों दलों का कहना है कि इस मुद्दे को जल्द हल कर लिया जाएगा और यह गठबंधन लंबा चलेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बीच कल करीब डेढ़ घंटे तक चली बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया था।
सूत्रों के मुताबिक कुमारस्वामी के कर्नाटक वापस लौटने के बाद कल देर रात भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद एवं अहमद पटेल की जद (एस) नेता दानिश अली के साथ अनौपचारिक बैठक हुई थी। दोनों दल वित्त और गृह जैसे महत्वपूर्ण विभागों के अलावा लोक निर्माण विभाग, बिजली, खनन, जल संसाधन, सिंचाई और शहरी विकास अपने पास रखना चाहते हैं।
जेडीएस नेता दानिश अली ने बताया, ‘‘दोनों पार्टियों के बीच बातचीत जारी है। इस मुद्दे का जल्द ही स्वीकार्य समाधान निकाल लिया जाएगा। इतना जरूर है कि यह गठबंधन लंबा चलेगा।’’ कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वड़क्कन ने कहा, ‘‘आप अगर इतिहास देखें तो इस तरह के मामलों में वक्त लगता है, एक हफ्ता, दस दिन लग जाते हैं। मैं भरोसा दिलाता हूं कि आने वाले वक्त में कर्नाटक की जनता को वहां एक मजबूत और स्थाई सरकार मिलेगी।’’
कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए हाथ मिलाने के बाद से ही दोनों दल विभागों के बंटवारे को लेकर मंथन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि दोनों दलों के बीच यह बातचीत कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की गैरमौजूदगी में हो रही है। राहुल अपनी मां सोनिया गांधी के इलाज के लिए विदेश गए हैं। गठबंधन सरकार में कांग्रेस कोटे से 21 और जद (एस) के कोटे से 11 मंत्री शामिल होने की संभावना है।