बेंगलुरु: कर्नाटक मंत्रिमंडल में फेरबदल से सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन में संकट दूर होने की अटकलों के बीच, गठबंधन समन्वय समिति के प्रमुख सिद्धारमैया ने बुधवार को कहा कि पहले खाली मंत्री पदों को भरा जाएगा। कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नाराज पार्टी विधायक रामलिंगा रेड्डी को अगले फेरबदल के दौरान मंत्री के रूप में सेवा देने का मौका मिलेगा। रेड्डी ने मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी करने को लेकर पार्टी नेतृत्व पर प्रहार किया था।
सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं रामलिंगा रेड्डी से बातचीत करूंगा..मैंने उनसे कहा था कि उन्हें फेरबदल के दौरान मंत्री बनाया जाएगा। अभी हम फेरबदल नहीं करने जा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने एक रिक्त पद भरने का फैसला किया है जो शिवाली की मृत्यु के कारण खाली है (यह कांग्रेस के कोटे की सीट है)। जब फेरबदल होगा तब रामलिंगा रेड्डी को भी मौका मिलेगा।’’
सिद्धारमैया और मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी इस बात पर कई बैठकें कर चुके हैं कि सालभर पुराने सत्तारूढ़ गठबंधन में बड़े मौजूदा संकट को टालने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार किया जाए या फिर फेरबदल किया जाए और यह कि क्या कुछ मंत्रियों को मंत्रिमंडल से निकल जाने के लिए कहकर और उनकी जगह असंतुष्टों को लाकर असंतोष का समाधान किया जाए।
कर्नाटक में कुल 34 मंत्री पदों में गठबंधन की व्यवस्था के तहत कांग्रेस और जेडीएस के पास 22 और 12 पद हैं। फिलहाल तीन पद खाली हैं। जेडीएस के लिए दो और कांग्रेस के लिए एक सीट रिक्त है। वैसे यह स्पष्ट नहीं है कि कब मंत्रिमंडल विस्तार होगा लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह इस हफ्ते के आखिर तक हो सकता है।