बेंगलुरु: कर्नाटक में कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन को सत्ता में आए 10 दिन बीत गए हैं और अब मंत्रिमंडल का विस्तार छह जून को होगा। इसके साथ ही दोनों के बीच साझा सत्ता समझौता हुआ है और दोनों ने अगले वर्ष लोक सभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की भी घोषणा की। कर्नाटक की सत्ता पर काबिज दोनों पार्टियां इस बात पर दृढ़ता से कायम रहीं कि एचडी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली सरकार अपने पांच साल पूरे करे।
वित्त विभाग किसे मिले, दोनों पार्टियों के बीच यह अहम मुद्दा था लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कुमारस्वामी के बीच बातचीत होने के बाद कांग्रेस ने यह विभाग अपनी सहयोगी जद (एस) को दे दिया है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘ वित्त विभाग के प्रभार के रूप में कुछ मुद्दे सामने आए। अंतत : काग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ही हमें निर्देश दिए .... कि यह गठबंधन सरकार इस वक्त देश की जरूरत है।’’
वेणुगोपाल और जद (एस) के महासचिव दानिश अली के बीच साझा बयान पर हस्ताक्षर हुए। वेणुगोपाल ने बयान पढ़ते हुए कहा , ....‘‘राहुल गांधी के निर्देश पर आखिरकार कांग्रेस ने वित्त विभाग का प्रभार जद (एस) को देने का निर्णय किया।’’ इस दौरान कुमारस्वामी , सिद्धरमैया और लोक सभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे मौजूद थे।
कांग्रेस के पास रहेंगे ये मंत्रालय
साझा सत्ता समझौते के अनुसार कांग्रेस गृह , सिंचाई , बेंगलुरु शहर विकास , उद्योग एवं चीनी उद्योग , स्वास्थ्य , राजस्व , शहरी विकास , ग्रामीण विकास , कृषि , आवास , सामाजिक कल्याण , वन एवं पर्यावरण , श्रम , खान एवं भूविज्ञान जैसे विभाग अपने पास रखेगा। इसके अलावा कांग्रेस महिला एवं बाल विकास , खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति , हज , वक्फ एवं अल्पसंख्यक मामले , कानून एवं संसदीय मामले , विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी , सूचना प्रौद्योगिकी / बायो टेक्नोलॉजी , युवा , खेल एवं कन्नड संस्कृति , पत्तन और इनलैंड ट्रांसपोर्ट विकास देखेगा।
जेडीएस के पास पास रहेंगे ये विभाग
वहीं जद (एस) को वित्त , आबकारी , खुफिया , सूचना , योजना एवं सांख्यिकी , लोक निर्माण विभाग , बिजली , पर्यावरण , शिक्षा जैसे विभाग मिलेंगे।
उन्होंने बताया कि शेष विभागों का बंटवारा मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर के बीच विचार विमर्श के बाद होगा। कुमारस्वामी ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार छह जून को होगा।
कुमारस्वामी ने कहा कि उन्होंने और उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात करके शपथ ग्रहण कराने के लिए वक्त मांगा था लेकिन दिल्ली में तीन से पांच जून तक उनके पहले के कार्यक्रम के कारण उन्होंने बुधवार पूर्वाह्न दो बजे का वक्त दिया है।साझा बयान में कहा गया कि कांग्रेस और जद (एस) अगला लोक सभा चुनाव चुनाव पूर्व गठबंधन के तौर पर लड़ेंगी। सीटों के बंटवारे पर काम किया जाएगा और इसकी घोषणा बाद में की जाएगी।
दोनों पार्टियों ने गठबंधन समन्वय एवं निगरानी समिति के गठन की घोषणा की जो एक माह में कम से कम एक बार जरूर बैठक करेगी। इस समिति में कुमारस्वामी , परमेश्वर , सिद्धरमैया , वेणुगोपाल और दानिश अली शामिल होंगे।