नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कर्नाटक के प्रभारी और महासचिव पद से के सी वेणुगोपाल ने इस्तीफा दे दिया है। कर्नाटक में 15 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सोमवार को 12 सीटों पर जीत दर्ज कर राज्य विधानसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया जबकि विपक्षी कांग्रेस ने दो और निर्दलीय ने एक सीट पर जीत हासिल की। विपक्षी दल कांग्रेस और जद(एस) के लिए ये नतीजे एक बड़ा झटका हैं।
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने भी कांग्रेस विधायक दल के नेता (सीएलपी) पद से और दिनेश गुंडू राव ने पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे एक पत्र में सिद्धरमैया ने उपचुनावों में ‘‘संतोषजनक परिणाम’’ नहीं दे पाने के लिए खेद व्यक्त किया था।
उन्होंने लिखा था, ‘‘मुझे नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सीएलपी के नेता के रूप में पद छोड़ने की आवश्यकता लगती है।’’ सिद्धरमैया ने पत्रकारों से कहा, ‘‘सीएलपी नेता के रूप में लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बनाए रखने की जरूरत है। पार्टी के हित में, मैंने सीएलपी नेता के पद से अपना इस्तीफा दे दिया है।’’