नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘‘हमेशा खलनायक की तरह पेश नहीं करने’’ की सलाह देने वाले कांग्रेस के कई नेताओं पर इशारों-इशारों में कटाक्ष करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने शनिवार को कहा कि भाजपा के किस नेता ने प्रधानमंत्री को विपक्ष के नेताओं को गलत ढंग से पेश करने से रोका। सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा का कौन सा नेता खड़ा हुआ और सार्वजनिक तौर पर प्रधानमंत्री तथा उनकी पार्टी को सलाह दी कि वह विपक्ष और उसके नेताओं को खलनायक की तरह पेश करना बंद करें?''
सिब्बल की यह टिप्पणी उस वक्त आई है, जब पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि मोदी को हमेशा खलनायक की तरह पेश नहीं करना चाहिए और पार्टी के दो अन्य वरिष्ठ नेताओं अभिषेक मनु सिंघवी और शशि थरूर ने उनका समर्थन किया। कांग्रेस के इन नेताओं ने कहा था कि व्यक्ति की नहीं, बल्कि सरकार की नीतियों और गलतियों की आलोचना होनी चाहिए। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की इन टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि इस बारे में बयान देने वाले नेताओं से ही सवाल किया जाए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे (मीडिया) यह आग्रह करना चाहता हूं कि उनके बयान पर अगर आपको कोई प्रतिक्रिया चाहिए तो वह प्रतिक्रिया उनसे ले लीजिए। जहां तक कांग्रेस पार्टी का सवाल है, तो उसका ये मानना है कि इस देश में एक बहुत विकृत और एक बहुत जटिल आर्थिक संकट है और इस आर्थिक संकट से करोड़ों लोग बेरोजगार हो रहे हैं।’’
दरअसल, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन का मॉडल ‘‘पूरी तरह नकारात्मक गाथा’’ नहीं है और उनके काम के महत्व को स्वीकार नहीं करके और हर समय उन्हें खलनायक की तरह पेश करके कुछ हासिल नहीं होने वाला है। रमेश ने एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर कहा कि यह वक्त है, जब हम मोदी के काम और 2014 से 2019 के बीच उन्होंने जो किया उसके महत्व को समझे, जिसके कारण वह सत्ता में लौटे। इसी की वजह से 30 प्रतिशत मतदाताओं ने उनकी सत्ता में वापसी करवाई।