नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विधानसभा में अपनी कम हाजिरी को लेकर विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं। आम आदमी पार्टी से निलंबित चल रहे विधायक कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर जोरदार हमला बोलते हुए विधानसभा में उनकी कम हाजिरी को मतदाताओं का अपमान बताया है। मिश्रा कम हाजिरी के मामले को लेकर अब दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गए हैं और कोर्ट ने भी उन्हें इस मुद्दे को लेकर याचिका दायर करने की इजाजत दे दी है।
मिश्रा ने अपनी याचिका में यह दावा किया है कि विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हाजिरी 10 प्रतिशत से भी कम है। माना जा रहा है कि अदालत मंगलवार को इस मुद्दे पर सुनवाई करेगी। ANIके मुताबिक, कपिल मिश्रा ने कहा, ‘विधानसभा में मुख्यमंत्री की हाजिरी 10 फीसदी से भी कम है और पूर्ण राज्य और सीलिंग के मुद्दों पर बुलाए गए विशेष सत्र में वह नदारद ही रहे।' मिश्रा ने आरोप लगाया कि इस दौरान केजरीवाल केवल दो घंटे के लिए विधानसभा में मौजूद थे। मिश्रा ने कहा, 'यह दिल्ली की जनता द्वारा दिए गए वोटों का अपमान है। यदि वह विधानसभा से गैरहाजिर रहते हैं तो उनका वेतन कटना चाहिए।'
उन्होंने कहा कि दिल्ली हाई कोर्ट को चाहिए कि वह मुख्यमंत्री को विधानसभा में हाजिर होने का निर्देश दे। ANI के मुताबिक मिश्रा ने कहा, ‘कोर्ट को एलजी और स्पीकर को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश देना चाहिए कि मुख्यमंत्री केजरीवाल विधानसभा में हाजिर रहें।’ इस बीच दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर केजरीवाल ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को 'एलजी दिल्ली छोड़ो' का नारा दिया है। केजरीवाल ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए अपनी लड़ाई की स्वाधीनता संग्राम से तुलना की।