भोपाल: मध्य प्रदेश में योग दिवस पर आयोजित सामूहिक समारोह में मुख्यमंत्री कमलनाथ के हिस्सा न लेने पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा और कहा कि कमलनाथ ने संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है। शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर सामूहिक योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया और संवाददाताओं से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ के योग न करने पर ऐतराज जताया।
साथ ही कहा, "कमलनाथ योग को हिंदुत्व या संकीर्ण न मानें, इसके माध्यम से प्रदेश के बच्चों और राज्य की जनता को स्वस्थ रहने की प्रेरणा दे सकते थे, क्योंकि प्रदेश के मुखिया का काम केवल शासन-प्रशासन का संचालन करना नहीं, दिशा देना भी है। उन्होंने योग नहीं करके संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया।"
भोपाल के सरकारी का कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर न होने के सवाल पर चौहान ने कहा, "योग में किसी राजनीतिक दल को स्थान देना ठीक नहीं है, विपक्ष को यह समझना चाहिए कि प्रधानमंत्री किसी दल के नहीं, देश के होते हैं। प्रधानमंत्री की पहल पर ही संयुक्त राष्ट्र संघ ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मान्यता दी है। मोदी जी का चित्र न लगाने से उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा, बिगड़ेगा तो राज्य का। प्रधानमंत्री को धन्यवाद दूंगा।"
चौहान ने आगे कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने येाग को वैश्विक बना दिया है। योग विश्व को भारत का अनुपम उपहार है। इससे मनुष्य का शरीर स्वस्थ और मन प्रसन्न रहता है।"
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए योग को इवेंट बनाए जाने के सवाल का जवाब देते हुए चौहान ने कहा कि मीडिया के कारण ही तो योग का प्रसार हुआ है, व्यक्ति बोल-बोल कर कितना प्रसार करेगा, मैं तो मोदी जी को धन्यवाद दूंगा कि उन्होंने मीडिया का ऐसा इवेंट बनाया कि, योग घर-घर तक पहुंच गया। जहां टीवी पहुंचा, स्मार्ट फोन पहुंचा वहां योग पहुंच गया। दिग्विजय सिंह व अन्य लोगों को तो मोदी जी को धन्यवाद देना चाहिए कि ऐसा इवेंट बना दिया कि घर-घर जुड़ गया।