इंदौर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के शामिल होने को लेकर जारी अलग-अलग सियासी प्रतिक्रियाओं के बीच भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आज दावा किया कि महात्मा गांधी और सरदार पटेल जैसी हस्तियों का भी संघ के साथ सम्पर्क रह चुका है। विजयवर्गीय ने यहां संवाददाताओं से कहा, "संघ ने देश के किसी भी व्यक्ति को अपने से अलग नहीं समझा। अगर आप इतिहास उठाकर देखें, तो पता चलता है कि महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल आदि बहुत सारे लोग हैं जो संघ से सम्पर्क में रहे थे।"
उन्होंने कहा, "तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने (पाकिस्तान से) युद्ध के समय संघ को जवाबदारी दी थी कि वह दिल्ली की यातायात व्यवस्था देखे। पंडित जवाहरलाल नेहरू के न्योते पर 26 जनवरी की परेड में संघ के स्वयंसेवक अपने बैंड के साथ शामिल हुए थे।" विजयवर्गीय ने संघ के कार्यक्रम में मुखर्जी के शामिल होने पर कहा, "संघ ने हमेशा समाज को जोड़ने की बात की है। संघ अपने कार्यक्रमों में उन लोगों को भी ससम्मान बुलाता रहा है, जिनके साथ उसके वैचारिक मतभेद रहे हैं। वैसे भी कोई हस्ती संघ के कार्यक्रम में हिस्सा भर लेने से संघ में शामिल नहीं हो जाती।"
पूर्व राष्ट्रपति की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने की अटकलों को भाजपा महासचिव ने "मीडिया की गप" करार दिया। उन्होंने कहा, "भाजपा की सदस्यता के बारे में न तो हमने शर्मिष्ठा से किसी तरह का सम्पर्क किया, न ही उन्होंने हमसे कोई बात की। यह मीडिया की गपबाजी है कि शर्मिष्ठा भाजपा में शामिल होकर अगला चुनाव लड़ने जा रही हैं।"
संघ के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति के शामिल होने को लेकर उनकी बेटी का कल बयान था कि वह नागपुर जाकर "भाजपा एवं आरएसएस को फर्जी खबरें गढ़ने और अफवाहें फैलाने" की सुविधा मुहैया करा रहे हैं। इस बारे में पूछे जाने पर भाजपा महासचिव ने कहा, "अगर संकुचित मानसिकता से सोचा जाए, तो इस तरह की टिप्पणियां की जा सकती हैं। देश आगे बढ़ रहा है. ऐसे में हमें व्यापक दृष्टिकोण रखना चाहिए।"
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच कल शाम मुंबई में मुलाकात के बाद शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने एक बयान में कहा है, "शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने एक प्रस्ताव पास किया है कि आने वाले सभी चुनाव हमारी पार्टी अकेली लड़ेगी और इस प्रस्ताव में कोई बदलाव नहीं आएगा।" इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विजयवर्गीय ने कहा, "अगर शिवसेना अकेले चुनाव लड़ना चाहती है, तो यह उसका निर्णय है। हम उसके पीछे नहीं पड़े हैं। लेकिन हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बहुत साफ कहा है कि हम आगामी चुनाव भी शिवसेना के साथ मिलकर लड़ना चाहते हैं।"