नयी दिल्ली: मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त जूलियो रिबेरो, पूर्व सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला और 41 अन्य पूर्व नौकरशाहों ने पीट-पीटकर हत्या मामले के आठ दोषियों को माला पहनाने को लेकर केंद्रीय मंत्री जयन्त सिन्हा को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की है। पूर्व नौकरशाहों ने बयान जारी कर कहा कि सिन्हा के इस कदम से ‘अल्पसंख्यकों की हत्या का लाइसेंस प्राप्त होने का’ संदेश जाता है। उसमें कहा गया है कि इससे इस तरह के आपराधिक मामलों के आरोपियों की ‘वित्तीय, कानूनी और राजनीतिक मदद’ को बढ़ावा मिलेगा।
सिन्हा ने मांस कारोबारी अलीमुद्दीन अंसारी की पीट-पीटकर हत्या मामले के दोषियों का जेल से बाहर आने पर पिछले सप्ताह स्वागत किया था। इस बात को लेकर विवाद पैदा हो गया था। उनके पिता यशवंत सिन्हा ने भी ट्वीट कर अपने बेटे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
यशवंत सिन्हा ने अपने ट्वीट में लिखा, 'पहले मैं लायक बेटे का नालायक पिता था लेकिन अब रोल बदल गया है। मैं अपने बेटे के एक्शन का समर्थन नहीं करता।' उन्होंने यह भी लिखा है कि अब तुम कभी चुनाव नहीं जीत सकोगे। आपको बता दें कि इस मामले में एक स्थानीय अदालत ने मार्च में एक बीजेपी नेता समेत 11 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। ये मामला पिछले वर्ष की 27 जून से जुड़ा है जब हजारीबाग जिले के रामगढ़ इलाके में गोरक्षकों ने मीट से भरे ट्रक पर हमला कर दिया था।
इस हिंसा में ड्राइवर अलीमुद्दीन अंसारी की हत्या कर दी गई थी। जिसके 21 मार्च को कोर्ट ने 11 लोगों को दोषी पाते हुए 11 लोगों को उम्रकैद की सजा दी थी। इसी केस में जयंत सिन्हा ने पहले सीबीआई जांच की मांग की और अब दोषियों का माला पहनाकर स्वागत किया।