नई दिल्ली: बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में जेपी नड्डा को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का फैसला लिया गया। संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद रक्षा मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता राजनाथ सिंह ने नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष चुने जाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने तक अमित शाह पार्टी के अध्यक्ष बने रहेंगे। तबतक कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर जगत प्रकाश नड्डा की नियुक्ति की गई है। बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह शामिल हुए। आइये जानते हैं कि कौन हैं जेपी नड्डा और कैसे बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष तक का सफर उन्होंने पूरा किया।
जेपी नड्डा का पूरा नाम जगत प्रकाश नड्डा है और वे हिमाचल प्रदेश के ब्राह्मण समुदाय से आते हैं। साफ-सुथरी छवि वाले नड्डा का जुड़ाव आरएसएस से भी रहा है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली पहली NDA सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रहे। अगर नड्डा के करियर की बात की जाए तो वह 16 साल की उम्र में छात्र राजनीति में उतरे और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गए थे। उस वक्त बिहार में छात्र आंदोल अपन चरम पर था और इसी बीच वह 1977 में पटना यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव में सचिव चुने गए।
जेपी नड्डा ने हिमाचल विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में 1994 से 1998 तक काम किया। इसके अलाव साल 2008 से 2010 तक हिमाचल सरकार में मंत्री रहे। फिर, 2012 में नड्डा को हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा भेजा का सांसद चुनाव गया। जब नितिन गडकरी BJP अध्यक्ष थे तब वह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता रहे। इसके बाद उन्हें 2014 में मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया। जेपी नड्डा को पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह का करीबी माना जाता है। इसका एक कारण ये भी है कि मोदी जब हिमाचल के प्रभारी थे, तब से दोनों की जान-पहचान है।