नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव से तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों द्वारा उनके बयान की प्रति छीनने एवं उन्हें फाड़ने की गुरुवार को कड़ी आलोचना की। नड्डा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का आचरण लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ एवं निंदनीय है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘संसद की गरिमा के खिलाफ काम करने का टीएमसी का लंबा इतिहास रहा है। शोरगुल करना, पत्रों को फाड़ना उनकी संस्कृति है। बीजेपी इसका कड़ा विरोध करती है।’
बता दें कि TMC के सांसद शांतनु सेन ने संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव से गुरुवार को राज्यसभा में उनके बयान की प्रति छीन ली और उन्हें फाड़ दिया। वैष्णव उस समय पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिए भारतीयों की जासूसी करने संबंधी खबरों और इस मामले में विपक्ष के आरोपों पर सदन में बयान दे रहे थे। दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई, उपसभापति हरिवंश ने बयान देने के लिए वैष्णव का नाम पुकारा। इसी समय, तृणमूल कांग्रेस और कुछ विपक्षी दल के सदस्य हंगामा करते हुए आसन के समीप आ गए तथा नारेबाजी करने लगे।
इसी बीच, तृणमूल कांग्रेस के सदस्य शांतनु सेन ने केंद्रीय मंत्री के हाथों से बयान की प्रति छीन ली और उसके टुकड़े कर हवा में लहरा दिया। इस स्थिति में वैष्णव ने बयान की प्रति सदन के पटल पर रख दी। नड्डा ने विपक्षी दल पर संसद को बाधित कर अपना राजनीतिक अस्तित्व ‘बचाने’ और देश के विकास में बाधा डालने के आरोप लगाए। नड्डा ने ट्वीट किया, ‘भारतीय संसद लोकतंत्र का महामंदिर है जिसका हर पल देश के लोगों की सेवा एवं विकास के लिए समर्पित है। लेकिन विपक्ष संसद के कामकाज को बाधित कर देश के विकास की यात्रा में बाधा डाल रहा है ताकि उसका राजनीतिक अस्तित्व बचा रहे। यह लोकतंत्र का अपमान है।’