नई दिल्ली: हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) सेक्युलर के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एनडीए से गठबंधन तोड़ दिया है। बुधवार को उनकी तरफ से इसका ऐलान किया गया। जीतन राम मांझी ने कहा कि इस बाबत सभी औपचारिकता पूरी हो गई है और कल घोषणा की जाएगी। मंगलवार को तेजस्वी यादव उनसे मुलाकात करने पहुंचे, जिसके बाद दोनों नेताओं ने बाहर आकर इसकी घोषणा की।
तेजस्वी अपनी पार्टी के नेताओं भोला यादव और भाई वीरेंद्र के साथ सुबह 10 बजे मांझी के आवास पर मिलने पहुंचे। इसके कुछ देर बाद ही लालू के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव भी मांझी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। लगभग 45 मिनट की मुलाकात के बाद मांझी के साथ तेजस्वी और तेजप्रताप बाहर आये जिसके बाद मांझी ने एनडीए छोड़ने का ऐलान किया। इस दौरान तेजस्वी ने मांझी को पिता तुल्य बताया।
मांझी एनडीए में हो रही उपेक्षा से लगातार नाराज चल रहे थे। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नाम पर राजग का समर्थन करते रहे हैं। उन्होंने एक कहावत को उद्धत करते हुए कहा कि जबतक बच्चा रोता नहीं है तब तक मां बच्चे को दूध नहीं पिलाती है। यही स्थिति ‘हम’ के साथ है। मांझी ने हाल के दिनों में जहानाबाद उप चुनाव में टिकट न मिलने से नाराजगी जाहिर करते हुए चुनाव प्रचार नहीं करने की बात कही थी।
हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने तेजस्वी की तारीफ के बीच कहा कि तेजस्वी यादव बड़े नेता है। मांझी के एनडीए से निकलने के बाद बिहार की राजनीति एक बार फिर से गर्मा गई है। ऐसा माना जा रहा है कि महागठबंधन में शामिल होने के बाद राजद उन्हें राज्यसभा भेज सकता है।