रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) दलबदल के जरिए विपक्षी दलों को कमजोर करने में जुट गई है। राज्य में भाजपा अपनी लय में है और इसने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री रघुवर दास इन दिनों जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए जनसंपर्क कार्यक्रम में व्यस्त हैं। भाजपा रणनीतिकारों की नजर विपक्ष के कब्जे वाली मजबूत सीट पर है और उनके विधायक निशाने पर हैं।
चर्चा है कि पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रमुख सुखदेव भगत और मनोज यादव भाजपा के रडार पर हैं। भगत प्रदेश कांग्रेस प्रमुख रामेश्वर उरांव से नाराज हैं और उन्हें लगता है कि उरांव के दांव के कारण लोकसभा चुनाव में उनकी हार हुई।
मनोज यादव भी चतरा सीट से लोकसभा चुनाव लड़े थे और भाजपा से हार गए थे।
चर्चा यह भी है कि कुणाल सारंगी और दीपक बिरुवा सहित झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के तीन-चार विधायक भाजपा में शामिल होने की तैयारी में हैं। झामुमो के निलंबित विधायक जे.पी. पटेल भी भाजपा में शामिल होने को हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार का समर्थन किया था।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, कुछ विपक्षी विधायक यहां 23 अक्टूबर को भाजपा में शामिल होंगे। उन्होंने हालांकि दलबदल करने की संभावना वाले विपक्षी विधायकों के नाम बताने से इनकार किया, मगर कहा कि पार्टी नए आगंतुकों को विधानसभा चुनाव के लिए टिकट देगी।