नई दिल्ली: झारखंड के कोडरमा में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शंकर यादव की हत्या के बाद से हंगामा पसरा है। शंकर यादव के समर्थकों ने सड़क जाम कर दिया है और रास्ते में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों के विरोध को देखते हुए वहां बडी सख्या में पुलिस बल के जवानों को लगाया गया है। मौके पर इलाके के एसपी, एसडीपीओ के अलावा हजारीबाग से डीआईजी भीमसेन टूटी भी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की तफ्तीश की। पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक़ माइंस विवाद को लेकर शंकर यादव की हत्या की आशंका जताई जा रही है। विस्फोट उस वक़्त हुआ जब वो गाड़ी से अपनी स्टोन माइंस जा रहे थे।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता शंकर यादव मंगलवार को स्कॉर्पियों में सवार होकर चंदवारा थाने के ढाब थाम में अपनी स्टोन माइंस जा रहे थे। रास्ते में एक ऑटो खड़ा था और जैसे ही शंकर यादव की स्कॉर्पियो ऑटो के पास पहुंची एक तेज़ धमाका हुआ और स्कॉर्पियो के साथ साथ ऑटो के परखच्चे उड़ गए। इस घटना में कांग्रेस नेता शंकर यादव और उनके बॉडीगार्ड की मौके पर ही मौत हो गई।
धमाका कितना ज़बरदस्त था यह स्कॉर्पियो और ऑटो की हालत देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है। हालांकि खास बात ये है कि पुलिस हत्या के एंगल से मामले की जांच कर रही है। माना जा रहा है कि माइंस एरिया को लेकर चल रहे विवाद के चलते इस घटना को अंजाम दिया गया है। जिस ऑटो में धमाका हुआ वो विस्फोटक से भरा हुआ था और कांग्रेस शंकर यादव की स्कॉर्पियो पास पहुंचते ही उसमें धमाका कर दिया गया।
हैरानी की बात ये है कि 2 अक्टूबर 2017 को भी शंकर यादव पर जानलेवा हमला हुआ था जिसके बाद वो काफी लंबे चले इलाज के बाद मौत के मुंह से बाहर निकले थे लेकिन इस बार जान नहीं बची।