नई दिल्ली/पटना: केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला मंत्रिमंडल विस्तार इसी हफ्ते होने जा रहा है। ऐसे में सहयोग दल और नेता मंत्रिमंडल में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। नीतीश कुमार की पार्टी JDU भी चाहती है कि इस बार मोदी कैबिनेट में उसके चार सांसदों को जगह दी जाए। JDU अपने चार नेताओं को मोदी कैबिनेट में मंत्री बनाना चाहती है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
JDU से जूड़े सूत्रों ने बताया कि 'आरसीपी सिंह चर्चा करने के लिए दिल्ली आए हैं, शपथ लेने के लिए नहीं आए।' सूत्रों ने कहा, 'सांसदों की संख्या के हिसाब से मंत्री बनने चाहिए। 2019 में भी यही कहा था। बीजेपी के 17 सांसद (बिहार में) हैं, जिसके हिसाब से पांच मंत्री (बिहार से) होने चाहिए। हमारे 16 सांसद (बिहार में) हैं, इसलिए चार मंत्री (बिहार से) बनने चाहिए।'
पार्टी से जुड़े सूत्रों ने कहा, 'हम अतिपिछड़ा, महादलित को प्रतिनिधित्व देना चाहते हैं। बीजेपी के चार अपर कास्ट और एक यादव मंत्री हैं। बातचीत के बाद ही मंत्रिपरिषद में शामिल होने पर फैसला होगा।' हालांकि, इस संबंध में बिहार के सीएम और जद (यू) नेता नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
नीतीश कुमार ने कहा, 'मुझे किसी फॉर्मूले के बारे में जानकारी नहीं है लेकिन हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास इसका अधिकार है। वह अधिकृत व्यक्ति है। जो कुछ भी किया जाना है, वह चर्चा के माध्यम से उसके अनुसार ही किया जाएगा।'
मोदी सरकार में कितने लोगों को बनाया जा सकता है मंत्री?
इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार 8 जुलाई को मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है और इसके लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनवाल, नारायण राणे तथा कुछ अन्य नेताओं को दिल्ली आने के लिए कह दिया गया है।
इनके अलावा सुशील मोदी, अनुप्रिया पटेल, अलावा मनोज तिवारी, हिना गावित और राहुल कासवान जैसे युवाओं के नाम भी संभावित मंत्रियों में शुमार हैं।
सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में कर्नाटक से कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे को हराने वाले उमेश जाधव को भी जगह मिल सकती है। कर्नाटक से दूसरा नाम लिंगायत समुदाय से आने वाले शिव कुमार उदासी या बी वाई राघवेंद्र में से किसी एक का हो सकता है।
वहीं, ओडिशा से अश्विनी वैष्णव, पश्चिम बंगाल से शांतनु ठाकुर और दिलीप घोष, बिहार से जेडीयू के आरसीपी सिंह, लल्लन सिंह और संतोष कुशवाहा, हरियाणा से सुनीता दुग्गल, लद्दाख से जामयांग नामग्याल को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
हालांकि, मंत्रिमंडल को लेकर अंतिम तस्वीर तभी साफ होगी, जब नए मंत्री शपथ लेंगे। मोदी सरकार के सांसदों की संख्या को देखते हुए अधिकतम 81 नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है और फिलहाल मौजूदा मोदी सरकार ने 53 नेता मंत्री हैं, यानि मंत्रिमंडल में 28 और नेताओं की जगह है।