नयी दिल्ली: जदयू ने अपने राज्यसभा सदस्य अली अनवर अंसारी को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने की वजह से संसदीय दल से निलंबित कर दिया। पार्टी के प्रवक्ता के सी त्यागी ने बताया कि कांग्रेस नीत संप्रग से जदयू द्वारा अपने रिश्ते खत्म करने के बावजूद विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अंसारी को संसदीय दल से निलंबित किया गया है। ये भी पढ़ें: ‘23 सितम्बर को धरती से टकराएगा ग्रह, वो होगा विनाश का दिन’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में 16 विपक्षी दलों ने आज यहां एक बैठक की। यह बैठक भाजपा से मुकाबले के लिए वैकल्पिक रणनीति बनाने पर विचार करने के लिए हुई थी। त्यागी ने सोनिया पर पार्टी के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप कर अतिक्रमण का प्रयास करने का आरोप भी लगाया। अंसारी ने जदयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की, बिहार में गठबंधन से अलग हो जाने और भाजपा के साथ मिल कर सरकार बनाने के लिए आलोचना की थी।
अली अनवर ने कहा था, 'नीतीश कुमार ने अपनी आत्मा की आवाज़ पर भाजपा के साथ जाने का फ़ैसला किया, लेकिन मेरी अंतरआत्मा नीतीश के फैसले के साथ नहीं है। अगर मौक़ा मिलेगा तो मैं पार्टी में अपनी बात रखूंगा।' नीतीश कुमार द्वारा भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने के फ़ैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अली अनवर ने कहा, 'मेरा ज़मीर इसकी इज़ाजत नहीं देता कि मैं उनके इस क़दम का समर्थन करूं।'
अली अनवर ने कहा कि हम लोग भाजपा से जिन कारणों को लेकर अलग हटे वो सभी कारण आज भी मौजूद है। भाजपा आज भी उन्हीं रास्तों पर चल रही है जिन रास्तों से हमें परहेज था। अली अनवर के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि जेडीयू में कई और लोग खुलकर नीतीश कुमार के विरोध में सामने आ सकते हैं।