नई दिल्ली: तमिल फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने अभिनेता से नेता बनने का शंख फूंका तो राज्य की राजनीति में हलचल तेज़ हो गई। रजनीकांत के फैसले पर कई तरह के सवाल उठे, कई लोगों ने सुपरस्टार के गेम चेंजर फैसले पर संदेह भी जताया लेकिन कल करीब दो महीने बाद रजनीकांत ने सार्वजनिक मंच से सवाल उठाने वालों और विरोधियों को सीधा और साफ जवाब दिया। रजनीकांत बेबाकी से बोले और आने वाले समय में राज्य की राजनीति के लिए अपने इरादों को साफ कर दिया। रजनीकांत ने कहा, “अभिनेता के तौर पर मैं अपना काम ठीक से कर रहा हूँ लेकिन आप लोग अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं, मैंने राजनीति सीखी है, मेरी जिम्मेदारी है कि मैं भी जनता की सेवा करूं इसलिये राजनीति में आने का फैसला किया है।“ तमिल फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने रील लाइफ में जो कमाल किया उसका मुकाबला आजतक शायद ही कोई कर पाया हो।
रीयल लाइफ में एक बस कंडेक्टर से फिल्मी दुनिया के बेताज बादशाह बनने तक के सफर में सुपर स्टार रजनीकांत ने कई आयाम बनाये जिन्हें छूना भी आज किसी एक्टर के लिए एक सपना है। रुपहले पर्दे पर अपनी छाप छोड़ने के बाद जब रजनीकांत ने राजनीति में आने का ऐलान किया तो तमिलनाडू की राजनीति के शून्य में जैसे एक नए जीवन का धमाका सा हुआ। तमिलनाडू की राजनीति में जयललिता जैसी नेता के निधन और करुणानिधि जैसे दिग्गज की खराब तबियत से पैदा हुए रिक्त स्थान को भरने की घोषणा के बाद से सबको इंतज़ार था रजनीकांत के अगले कदम का और कल रजनीकांत ने अपने करोड़ों चाहनेवालों के इंतज़ार को खत्म कर दिया।
दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत सोमवार को चेन्नई के एक कॉलेज में छात्रों से रू-ब-रू हुए। रजनीकांत ने कहा कि वो एक अच्छी सरकार चला सकते हैं। उन्होंने कहा कि अब जयललिता नहीं रहीं और करुणानिधि भी बीमार हैं। उन्होंने एमजीआर का नाम लेते हुए कहा कि वो उनकी तरह राज्य की सेवा कर सकते हैं। सिर्फ दक्षिण भारतीय फिल्मों के ही नहीं रजनीकांत विश्व के जानेमाने फिल्म एक्टर्स में शुमार हैं लेकिन वाबजूद इसके उनकी सादगी और बेबाकी उन्हें एक अलग शख्सियत की पहचान देती है। MGR एजुकेशनल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में MGR की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद रजनीकांत ने छात्रों से खुलकर बातें कीं।
रजनीकांत ने इस मौके पर एमजी रामचंद्रन की ही तरह सफेद धोती और शर्ट पहना था। अपने भाषण में रजनीकांत ने कई बातों से पर्दा उठाया। रजनीकांत ने कहा कि MGR एक युग पुरुष थे और उनके जैसा कोई नहीं हो सकता है, लेकिन उन्होंने जैसी जन सेवा की, गरीबों के लिए सरकार चलाई, ऐसी सरकार मैं भी चला सकता हूं, जन सेवा कर सकता हूं इसका मुझे भरोसा है। लोग कहते हैं कि जयललिता की डर की वजह से मैं नहीं आया, अभी वैक्यूम है इसीलिये आया हूं। हां इसीलिये ही आया हूं, जयललिता और करुणानिधि जैसे लीडर की कमी हो गयी है इसीलिए राजनीति में आया हूं।
रजनीकांत ने इस दौरान उन लोगों को भी जवाब दिया जो कलाकारों के राजनीति में आने पर सवाल उठा रहे हैं। बता दें कि साल 2017 के अंत में तमिलनाडु के सुपरस्टार रजनीकांत ने एक राजनीतिक पार्टी का गठन करने का ऐलान किया था उन्होंने कहा था कि उनकी राजनीति में एंट्री समय की जरूरत है। रजनीकांत ने 2021 में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ने का बात भी कही थी और सोमवार को सार्वजनिक मंच से रजनीकांत की ये हुंकार उनके विरोधियों को दिए जाने वाले जवाब और चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा है।