राजनीति में कदम रखने के बाद यहां भी उनके करियर का ग्राफ हमेशा ऊपर की ओर रहा।
एआईएडीएम के संस्थापक एम. जी. रामचंद्रन ने 1980 में जयललिता को पार्टी का प्रचार सचिव नियुक्त किया था और 1984 में वह पहली बार राज्यसभा सांसद बनी थीं।
राजनीति में कदम रखने के बाद यहां भी उनके करियर का ग्राफ हमेशा ऊपर की ओर रहा।
एआईएडीएम के संस्थापक एम. जी. रामचंद्रन ने 1980 में जयललिता को पार्टी का प्रचार सचिव नियुक्त किया था और 1984 में वह पहली बार राज्यसभा सांसद बनी थीं।
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