श्रीनगर: भाजपा ने शनिवार को जम्मू नगर निगम के चुनावों में शानदार जीत दर्ज करते हुए 75 सदस्यीय निकाय की 43 सीटों पर कब्जा कर लिया। इससे पहले भाजपा के पास 25 सीटें ही थीं। चुनाव अधिकारियों के अनुसार कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। 2005 के चुनावों में उसके पास 26 सीटें थीं लेकिन इस बार उसे केवल 14 सीटों पर ही जीत मिली। उस समय यह पीडीपी के साथ गठबंधन में जम्मू-कश्मीर पर सत्तारूढ़ थी।
नेशनल कांफ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), माकपा और बसपा ने चार चरणों वाले शहरी स्थानीय निकाय चुनावों का बहिष्कार किया है। यह चुनाव 13 साल के अंतराल के बाद कराए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि भाजपा ने निगम चुनाव में 43 सीटों पर जीत दर्ज कर की है। निगम की 18 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी में मतों की गिनती राजकीय पोलीटेक्नीक संस्थान में सुबह नौ बजे शुरू हुयी। नतीजे आने के साथ ही भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी की जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया।
भाजपा के राज्य प्रमुख रविंदर रैना ने पार्टी मुख्यालय में समारोहों का नेतृत्व करते हुए कहा कि यह लोगों की जीत है और लोगों ने हमारे ऊपर अपना भरोसा जताया है। हम अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता से लोगों की सेवा जारी रखेंगे। जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी जम्मू नगर निगम समेत अधिकतर वार्डों में अपना खाता खोलने में नाकाम रही। पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री हर्षदेव सिंह ने धांधली का आरोप लगाया और दावा किया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के कारण भाजपा को जीत मिली।