नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में बुधवार को हो रहे दूसरे चरण के नगरपालिका चुनाव में घाटी में कमोबेश पहले चरण में हुए चुनाव जैसी स्थिति ही हैं। कश्मीर घाटी के सात जिलों में मतदान करने के लिए इक्का-दुक्का लोग ही नजर आए जबकि जम्मू के सात जिलों में हो रहे चुनाव में लोग कतारों में नजर आ रहे हैं।
दूसरे चरण के लिए मतदान सुबह छह बजे से शुरू हुआ और शाम सात बजे समाप्त होगा। एक मतदान अधिकारी ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के कठुआ, उधमपुर, किश्तवाड़, रियासी, डोडा और रामबन जिलों में और घाटी के अनंतनाग, कुपवाड़ा, श्रीनगर, बारामूला, बांदीपोरा, बडगाम और कुलगाम जिलों में स्थापित 544 मतदान केंद्रों पर मतदान हो रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि चार चरण में होने वाले मतदान का पहला चरण आठ अक्टूबर को हुआ और अंतिम चरण का मतदान 16 अक्टूबर को होगा। सोमवार को हुये पहले चरण के मतदान में आतंकवादी समूहों की धमकियों के कारण अधिकतर लोग कश्मीर घाटी में मतदान केन्द्रों से दूर रहे। यहां महज 8.3 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि राज्य के जम्मू और लद्दाख क्षेत्र में 65 प्रतिशत मतदान हुआ।
चार चरण में होने वाले शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव में सोमवार को हुआ मतदान बड़े पैमाने पर शांतिपूर्ण रहा जिसका मुख्य क्षेत्रीय पार्टी नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने बहिष्कार किया था।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि दूसरे चरण का मतदान सुचारू कराने के लिए सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किये गये हैं। यहां पर सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा।
अधिकारियों ने बताया कि दूसरे चरण में पूरे राज्य के 13 जिलों के 384 वार्डों में मतदान होगा। इन 13 जिलों में से सात घाटी के हैं। इन वार्डों के लिए 1,198 नामांकन दायर हुये थे और नामांकन पत्रों की जांच और नाम वापस लेने के बाद 1,095 प्रत्याशी मैदान में बचे हैं।
1,095 प्रत्याशियों में से 65 निर्विरोध चुनाव जीत गये हैं जिसमें से 61 कश्मीर घाटी के हैं। उन्होंने बताया कि घाटी के 70 वार्डों में मतदान नहीं होगा क्योंकि यहां कोई नामांकन पत्र दाखिल नहीं हुआ है।