नई दिल्ली: देश के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आज एक भव्य समारोह में शपथ ली। उन्होंने शपथ हिंदी में और ईश्वर के नाम पर ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण समारोह शुरू होने के पहले सेंट्रल हॉल में आए। उनके हॉल में आने पर भाजपा के सांसदों और नेताओं ने मेजें थपथपाकर उनका स्वागत किया। समारोह समाप्त होने के बाद जब मोदी हॉल से निकल रहे थे, उसी दौरान उनकी मुलाकात पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हुई। दोनों नेताओं ने वहीं कुछ देर तक बातचीत की।
राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार तथा पूर्व लोकसभाध्यक्ष मीरा कुमार तथा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आसपास ही बैठे थे। लेकिन दोनों में शायद ही कुछ बातचीत हुई।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने चुनाव में कोविंद का समर्थन किया था। कोविंद के हिंदी में पढ़े गये भाषण के अंग्रेजी अनुवाद का पहला और आखिरी पैरा बाद में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने पढ़ा।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पीछे की कतार में बैठे थे। उनके पास कांग्रेस के कुछ सांसद बैठे थे। ममता बनर्जी अपनी पार्टी के सांसदों के साथ पीछे की कतार में बैठी थी। हालांकि अधिकतर मुख्यमंत्री आगे की कतारों में बैठे थे। प्रधानमंत्री मोदी के बगल में पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौडा बैठे थे।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के पास बैठे थे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी आगे की कतार में बैठी थी। नए राष्ट्रपति कोविंद की पत्नी सविता, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, जदयू नेता शरद यादव, सपा नेता मुलायम सिंह यादव, बसपा नेता एस सी मिश्र भी आगे की कतार में बैठे थे।
उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश दूसरी और तीसरी कतारों में बैठे थे। समारोह समाप्त होने के बाद मोदी ने उनका अभिवादन किया। तीनों सेनाओं के प्रमुख बीच की कतारों में बैठे थे। समारोह में कई राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। हालांकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समारोह समाप्त होने के बाद भाजपा सांसदों के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र रहे।
शपथ ग्रहण समारोह समाप्त होने के बाद भाजपा के कुछ सांसदों ने भारत माता की जय और जय श्रीराम का उद्घोष किया।