जम्मू: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हालात का हवाला देते हुए कश्मीर में AFSPA को हटाने से इनकार कर दिया। मुफ्ती ने भारतीय सेना की तारीफ करते हुए कहा कि यह पूरी दुनिया में ‘सबसे अनुशासित’ है। महबूबा ने कहा कि कश्मीर की बिगड़ती सुरक्षा स्थिति की वजह से घाटी में सेना की तैनाती में इजाफा हुआ है। CM ने कहा, ‘यदि स्थिति बिगड़ती है, तो सुरक्षा बलों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। अगर आतंकवाद या पत्थरबाजी की घटना में बढ़ोतरी होती है तो आपको पुलिस की संख्या में और अधिक वृद्धि देखने को मिलेगा। हम ऐसा नहीं देखना चाहते हैं।’ मुख्यमंत्री के पास वाले विभागों को अनुदान की मांग पर एक चर्चा के दौरान शनिवार को वह जवाब दे रही थीं।
मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी के विधायक एमवाई तारीगामी द्वारा AFSPA हटाने की मांग करने पर महबूबा ने ऐसा करने से इनकार करते हुए पूछा, ‘क्या ऐसी स्थिति में अफस्पा हटाया जा सकता है? क्या यह मुमकिन है?’ उन्होंने कहा, ‘भारतीय सेना दुनिया में सबसे ज्यादा अनुशासित है। वे सुरक्षा व्यवस्था बेहतर करने में लगे हुए हैं। उन्हीं की वजह से हमलोग आज यहां पर हैं। उन्होंने काफी बलिदान दिए हैं।’ वहीं, विधानसभा में मुफ्ती की विपक्ष के नेता उमर अब्दुल्ला के साथ बेहद तीखी नोंक-झोक भी हुई। महबूबा मुफ्ती ने उमर के एक आरोप पर जवाब देते हुए कहा कि कश्मीर को बचाने के लिए वह जहन्नुम में जाने के लिए भी तैयार हैं।
दरअसल, उमर अब्दुला ने यह कहते हुए PDP-BJP सरकार के बीच दरार पैदा करने की कोशिश की कि उसने शैतान के साथ समझौता किया है। अपने संबोधन के दौरान अब्दुला ने फाउस्ट और शैतान की कहानी के बारे में बताया जो एक व्यक्ति और शैतान या भूत के बीच हुए एक समझौते की कहानी है जिसमें वह व्यक्ति अपनी आत्मा उस शैतान से अदला-बदली करते हैं। इस कहानी का उद्धरण देते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर में आज की स्थिति उस कहानी की याद दिलाती है।
उमर ने शोपियां जिले में सुरक्षा बलों द्वारा की गई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत के मामले की विशेष जांच दल (SIT) द्वारा एक उच्च स्तरीय जांच कराये जाने की मांग की है। गौरतलब है कि शोपियां जिले में पत्थरबाजों ने सुरक्षा बलों के एक काफिले पर हमला कर दिया था, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने बचाव में गोलीबारी कर दी थी। उमर ने कहा, ‘आप (महबूबा) फाउस्ट की तरह उनके सामने विनती कर रही हैं।’ इस पर महबूबा ने जवाब देते हुए कहा, ‘इस जन्नत को बचाने के लिए उन्हें 100 बार भी जहन्नुम में जाना कबूल है।’