नई दिल्ली: लोकसभा उपचुनावों में अपनी तीन में से एक सीट बरकरार रखने वाली भाजपा के पास संसद के 539 सदस्यीय निम्न सदन में 272 सीटों का क्षीण बहुमत रह गया है।
लोकसभा में 543 निर्वाचित सदस्य हैं किंतु इसकी चार सीटों का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। कर्नाटक के तीन सदस्य त्यागपत्र दे चुके हैं, जबकि कश्मीर की अनन्तनाग सीट खाली पड़ी है। अनंतनाग सीट के लिए पिछले साल मई में होने जा रहे उपचुनाव को अनिश्चित काल के लिए टाल दिया गया था। इसके कारण बहुमत के लिए संख्याबल घटकर 270 रह गया है।
बहरहाल, यदि व्यावहारिक रूप से देखें तो भाजपा के पास 274 सदस्यों का संख्या बल है क्योंकि दोनों मनोनीत सदस्य भी उसी से सम्बन्धित हैं। भाजपा ने 2014 लोकसभा चुनाव में 282 सीटें जीती थीं किंतु उत्तर प्रदेश, राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न उपचुनावों के बाद इसकी सीटों में कमी आई है। बहरहाल, इससे सरकार पर बहुत मामूली असर पड़ेगा क्योंकि भाजपा नीत राजग के पास करीब 315 सीटें हैं।
चार लोकसभा सीटों के लिए 28 मई को उपचुनाव हुए थे। आम चुनाव में भाजपा ने इनमें से तीन जीती थीं। किंतु उपचुनाव में वह अपनी एक ही सीट बरकरार रख पाई तथा उसे महाराष्ट्र एवं उत्तर प्रदेश में एक-एक सीट गंवानी पड़ी।