नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के वक्त भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी अपनी हर चुनावी रैलियों में 'कांग्रेस मुक्त भारत' का नारा जरूर लगाते थे। शुरू में तो विरोधियों को यह मोदी का जुमला लगता था लेकिन मोदी के प्रधानमंत्री बनने के 3 साल बाद साफ हो चला है कि यह जुमला नहीं बल्कि मिशन में तब्दील हो चुका है। ताजा खबर यह है कि बिहार में नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर इस्तीफा देने के अगले ही दिन भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बना ली है। नीतीश कुमार ने राजभवन पहुंचकर रिकॉर्ड छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ये भी पढ़ें: लालू कर रहे थे बीजेपी से डील, नीतीश ने पलट दी पूरी बाजी!
नीतीश कुमार के तुरंत बाद ही सुशील मोदी ने बिहार के उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। बिहार के राजभवन स्थित राजेंद्र मंडप में आयोजित एक सादे समारोह में 10 बजे राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने नीतीश कुमार को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस समारोह में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कई नेता शामिल हुए। नीतीश कुमार ने छठी बार बिहार की कमान संभाली है। नीतीश इसके पूर्व तीन मार्च 2000 से 10 मार्च 2000 तक, 24 नवंबर 2005 से 24 नवंबर 2010 तक, 26 नवंबर 2010 से 19 मई 2014 तक, 22 फरवरी 2015 से 19 नवंबर 2015 और 20 नवंबर 2015 से अब तक बिहार की कमान संभाल चुके हैं।
इस वक्त देश के 17 राज्यों में भाजपा नीत एनडीए की पूर्ण बहुमत वाली सरकार है। इनमें गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गोवा, हरियाणा, महाराष्ट्र, असम, झारखंड और अब बिहार अहम हैं। 2014 के आम चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत से नरेंद्र मोदी का कद बढ़ा और कांग्रेस के हाथ से सत्ता फिसलनी शुरू हो गई।
अगर अब तक के आंकड़ों को टोटला जाए तो देश की कुल आबादी के करीब 67 फीसदी पर सहयोगियों के साथ भाजपा का भगवा रंग चढ़ गया है। इस तरह से बीजेपी देश की सबसे बड़ी पार्टी भी बन गई है और कांग्रेस मुक्त भारत की दिशा में ये आंकड़ा भाजपा के लिए काफी मायने रखती है।