नई दिल्ली: असहिष्णुता विवाद खड़ा करने को देश के खिलाफ साजिश करार देने के साथ ही योगगुरू बाबा रामदेव ने आज कहा कि न तो गाय का खून बहना चाहिए और न ही गाय के नाम पर किसी हिन्दू या मुसलमान का।
उन्होंने कहा कि असहिष्णुता मुद्दे को तूल देने वालों में कथित तौर पर ऐसे लोग और ऐसे अंतरराष्ट्रीय गिरोह शामिल हैं जो देश में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक राष्ट्रवादी सरकार को देखना पसंद नहीं करते।
योगगुरू ने कहा कि देश में एक राष्ट्रवादी व्यक्ति (नरेन्द्र मोदी) प्रधानमंत्री है, ऐसे में उन्हें बदनाम करने के लिए असहिष्णुता के मुद्दे को गढ़ा गया है जो इस देश में हो ही नहीं सकता है। यह साजिश इसलिए रची गई क्योंकि कुछ लोगों को देश में एक राष्ट्रवादी सरकार पसंद नहीं है।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में हालांकि कहा कि देश में न तो गाय का खून बहना चाहिए और न ही गाय के नाम पर किसी हिन्दू या मुसलमान का।
योगगुरू रामदेव ने कहा कि देश में पहले कई गंभीर घटनाएं हुई लेकिन किसी ने तब असहिष्णुता के मुद्दे के विषय को नहीं उठाया। आज जो लोग वैचारिक असहिष्णुता की बात उठा रहे हैं, वह देश की छवि खराब करने का प्रयास है। उन्होंने दावा किया कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है और यह एक साजिश का हिस्सा है।
बता दे कि योगगुरू यहां पर पतंजलि का आटा नूडल्स जारी करने के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे।