भोपाल. मध्यप्रदेश में मुसीबतों से घिरी कांग्रेस में अब नई जंग छिड़ गई है और वह है युवा के हाथ में कमान दिए जाने की। सोशल मीडिया पर नारों का दौर भी चल पड़ा है। कांग्रेस ने इसे भाजपा की सोची-समझी साजिश का हिस्सा करार दिया है, ताकि आम जनता का वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाया जा सके।
राज्य में कांग्रेस लगभग चार माह पहले सत्ता से बाहर हुई है, क्योंकि 22 विधायकों ने एक साथ पार्टी छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली थी और उसके बाद दो विधायकों ने पार्टी का दामन छोड़ दिया। इस तरह अब तक 24 विधायक कांग्रेस का साथ छोड़ चुके हैं। उसके बाद पार्टी के सामने नई मुसीबत आन खड़ी हुई है।
छिंदवाड़ा से सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के पुत्र नकुल नाथ द्वारा युवाओं का नेतृत्व स्वयं किए जाने के बयान ने राज्य की सियासत में गर्माहट ला दी है।
राज्य में युवाओं की अगुवाई करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह तैयार हैं। इसके अलावा पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, उमंग सिंघार, प्रियव्रत सिंह, ओमकार सिंह मरकाम, सचिन यादव, सुरेंद्र सिंह बघेल जैसे युवा नेताओं की लंबी फेहरिस्त है। नकुल नाथ का बयान आने के बाद जीतू पटवारी के समर्थक सोशल मीडिया पर अपनी बात कहने लगे हैं।
सोशल मीडिया पर जीतू पटवारी के समर्थन में तरह-तरह के नारे तैरने लगे हैं, जैसे- "सबको देखा बारी-बारी, अबकी बार जीतू पटवारी। न राजा, न व्यापारी, अबकी बार जीतू पटवारी।" कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पटवारी कांग्रेस के प्रभारी प्रदेशाध्यक्ष हैं और मीडिया विभाग के अध्यक्ष भी हैं। उनका पार्टी के भीतर महत्वपूर्ण स्थान है।
पटवारी ने IANS से बातचीत में कहा कि यह सारी साजिश भाजपा ने रची है और वह दुष्प्रचार करने में लगी है। प्रदेश की भाजपा सरकार कोरोना नियंत्रित करने में असफल रही है, किसानों से लेकर युवाओं की समस्याओं का निदान नहीं कर पा रही है। इसके चलते वह वास्तविक मुद्दों से भटकाने की कोशिश है, इसीलिए इस मसले को उछाल रही है। जबकि किसी तरह का टकराव है ही नहीं। नकुल नाथ ने सभी युवाओं के साथ मिलकर काम करने की बात कही है।
राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी कांग्रेस पर तंज कसा है। उनका कहना है, "कांग्रेस में नेतृत्व के सवाल पर हमेशा परिवारवाद ही हावी रहा है। प्रदेश में नेतृत्व को लेकर चल रही खींचतान से साफ है कि अब यहां युवाओं का नेतृत्व नकुल नाथ और बुजुर्गो का नेतृत्व कमल नाथ करेंगे। बाकी कांग्रेस अनाथ..।