चंडीगढ़: इंडियन नेशनल लोक दल के विधायक अभय सिंह चौटाला ने केंद्र के नए कृषि कानूनों को लेकर हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। वह एलेनाबाद से विधायक थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली में जारी किसान आंदोलन के समर्थन में दिए गए उनके इस्तीफे को हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ने स्वीकार भी कर लिया है। बता दें कि पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के पोते अभय चौटाला ने बीती 4 जनवरी को विधानसभा अध्यक्ष को 'सशर्त' इस्तीफा पत्र भेजा था। उन्होंने पत्र में कहा था कि केंद्र सरकार अगर 26 जनवरी तक नए कृषि कानूनों को निरस्त करने में विफल रही तो हरियाणा विधानसभा से उनका इस्तीफा माना जाए।
पार्टी के एकलौते विधायक थे चौटाला
बता दें कि चौटाला विधानसभा में इंडियन नेशनल लोकदल के एकलौते विधायक थे, और अब उनके इस्तीफे के बाद विधानसभा में पार्टी का कोई प्रतिनिधि नहीं रह गया है। अभय सिंह चौटाला सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के बेटे हैं, वहीं INLD से टूटकर बनी जननायक जनता पार्टी के नेता और हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला उनके भतीजे हैं। इंडियन नेशनल लोकदल और जननायक जनता पार्टी मुख्य रूप से ग्रामीण जाट समुदाय केंद्रित पार्टियां हैं, जिनके किसान कोर वोट बैंक हैं। माना जा रहा है कि अभय चौटाला ने यह कदम सूबे में खोई हुई राजनीतिक जमीन वापस पाने के लिए उठाया है।
पहले भी दी थी इस्तीफे की धमकी
कुछ दिन पहले भी चौटाला ने कहा था कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों के विरोध के समर्थन में वह हरियाणा विधान सभा से इस्तीफा देने से नहीं हिचकेंगे। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी हरियाणा के साथ-साथ पूरे देश में किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करेगी। बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को अपना अड़ियल रवैया छोड़कर किसानों की मांगों को स्वीकार करना चाहिए। चौटाला ने कहा कि उनकी पार्टी किसानों का समर्थन करने वाले राजनीतिक दलों के किसी भी मोर्चे में शामिल होने के लिए तैयार है और कृषि कानूनों को वापस लेने तक पूरा समर्थन देगी।