हैदराबाद: पूर्व रक्षा राज्य मंत्री एम. एम. पल्लम राजू ने बुधवार को मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि खुफिया तंत्र की नाकामी की वजह से पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें भारत के 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए। दो परमाणु सम्पन्न देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपने सैनिक गवाएं हैं और इसका मतलब है कि स्थिति बेहद गंभीर है। पर जिस बात का मुझे अफसोस है कि ये सब एक रात में तो हुआ नहीं होगा। इसमें समय तो लगा होगा।’’
पूर्व रक्षा राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह खुफिया तंत्र की नाकामी है कि हमें उनकी बढ़ती गतिविधियों का पता नहीं चला।’’ वास्तवित नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति का अंदाजा लगाने में सरकार की नाकामी पर आश्चर्य जताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान कि वे बड़ी संख्या में आए थे, के बाद ही हमें वास्तविक स्थिति का पता चला। मुझे समझ नहीं आता कि हम स्थिति का आकलन करने में नाकाम क्यों रहें। जबकि हमारे पास एक स्थापित सीमा सुरक्षा तंत्र भी है।’’
गौरतलब है कि सोमवार रात पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए। पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़े सैन्य टकराव के कारण क्षेत्र में सीमा पर पहले से जारी गतिरोध और भड़क गया है।