केंद्रीय मंत्री और नोएडा से बीजेपी के सांसद महेश शर्मा ने सैम पित्रोदा द्वारा बालाकोट एयर स्ट्राइक पर सरकार से सबूत मांगने के सवाल पर कहा कि वे सैम पित्रोदा नहीं बल्कि शेम पित्रोदा हैं। महेश शर्मा ने कहा कि सेम पित्रोदा कहां से आए हैं? वे भी गांधी परिवार के पाले हुए हैं। महेश शर्मा ने कहा कि जब पाकिस्तान के 90 हजार से ज्यादा सैनिकों ने 1971 में सरेंडर किया था तब तो हम सरकार के साथ थे। हमने कभी कांग्रेस की सरकार से सबूत नहीं मांगा।
वहीं समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता रामगोपाल यादव द्वारा पुलवामा हमले को लेकर सवाल उठाने पर महेश शर्मा ने कहा कि रामगोपाल यादव को मैं एक सुलझा हुआ नेता मानता हूं और उनका सम्मान भी करता हूं लेकिन पक्ष-विपक्ष की राजनीति को इस स्तर तक ले जाना शर्मनाक है।
वहीं लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी की लिस्ट को लेकर जब महेश शर्मा से यह पूछा गया कि पार्टी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी का गांधी नगर से टिकट कट गया। इसपर महेश शर्मा ने कहा कि आडवाणी जी हमारे मार्गदर्शक हैं और पार्टी को इस मकाम तक लाने में उनका अहम योगदान है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी जी भी उनका बेहद आदर करते हैं। जहां तक पार्टी नेतृत्व के फैसले का सवाल है तो उसपर टिप्पणी करना मैं उचित नहीं समझता।