नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को श्रीलंका के मंत्री नमल राजपक्षे के साथ बैठक के बाद कहा कि भारत और श्रीलंका के संबंध विभिन्न क्षेत्रों में और मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों के लोगों के लिए यह शुभ संकेत है। दोनों नेताओं ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मुलाकात की जहां पर मोदी ने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। राजपक्षे ने ट्वीट कर कहा कि बौद्ध धर्म,भारत से मिला श्रीलंका को सबसे महान उपहार है।
श्रीलंका के कैबिनेट मंत्री ने कहा, ‘हमारे देशों और लोगों ने हमेशा करीबी संबंध साझा किया। महामहिम राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और महामहिम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण है कि हमारे राष्ट्रों और लोगों के बीच संबंध और मजबूत हो।’ राजपक्षे के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए मोदी ने कहा, ‘नमल राजपक्षे,आपसे कुशीनगर में मिलकर खुशी हुई। भारत और श्रीलंका के संबंध अलग-अलग क्षेत्रों में और मजबूत हो रहे हैं। यह हमारे देशों के लोगों के लिए शुभ संकेत हैं।’
मोदी से मुलाकात के वक्त राजपक्षे ने उन्हें अंग्रेजी, सिंहली और तमिल भाषा में अनुवादित भगवद गीता की पहली प्रति दी। श्रीलंकाई मंत्री ने ट्वीट किया, ‘पवित्र ग्रंथ का अनुवाद करने का कार्य महामहिम राष्ट्रपति राजपक्षे ने जनता से जनता की दोस्ती और हमारी सांस्कृतिक समानता के प्रतीक के तौर पर कराया है।’ राजपक्षे के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए मोदी ने कहा, ‘यह शानदार पहल मेरे मित्र, राष्ट्रपति राजपक्षे (प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे) ने की है। भगवान बुद्ध की शिक्षाएं हमारे देशों को जोड़ती है और धरती को बेहतर स्थान बनाती है।’
इससे पहले विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कैबिनेट मंत्री राजपक्षे के नेतृत्व में आए श्रीलंकाई प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। इस प्रतिनिधिमंडल में करीब 100 बौद्ध भिक्षु और हस्तियां हैं जो प्रदर्शनी के लिए भगवान बुद्ध के अवशेष लेकर आयी हैं।