नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया है कि मौजूदा समय में ‘अधिनायकवादी व्यवस्था’ के जरिए देश की आवाज को दबाया जा रहा है। उन्होंने अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जीवन पर भारतीय युवा कांग्रेस की ओर से आयोजित एक फोटो प्रदर्शनी के संदर्भ में जारी वीडियो में यह टिप्पणी की। राहुल ने कहा कि आज की राजनीति की त्रासदी यह है कि मीडिया और सोशल मीडिया में बुनियादी तौर पर आवाज को दबाया जा रहा है।’
'मेरे पिता लोगों की भीड़ में पहुंच कर उनकी बात सुनते थे'
राहुल ने कहा, ‘मुझे याद है कि अपने पिता के साथ यात्रा के दौरान मैं यह पाता था कि ये दौरे सिर्फ लोगों के साथ जुड़ने के लिए नहीं होते थे, बल्कि ये लोगों की जरूरतों को समझने की कोशिश थी और लोग जो कहना चाहते थे, उसे वह सुनते थे।’ जनता से मिलते हुए राजीव गांधी की एक तस्वीर की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘वह लोगों की भीड़ में पहुंच कर उनकी बात सुनते थे और कहते थे कि उनकी बात का समाधान इस माध्यम से निकाला जा सकता है। यह सफर था जिसमें वह लोगों को सुनने के लिए जाते थे और उन माध्यमों को देखते थे जिनसे राष्ट्र की आवाज को हकीकत में तब्दील किया जा सकता था।’
'जब लाखों लोग एक साथ बोलते हैं तो उसमें ताकत होती है'
राहुल गांधी ने दावा किया, ‘निश्चित तौर पर आज भी वह आवाज तेज है, लेकिन उसे बोलने नहीं दिया जा रहा है। इस आवाज को मीडिया और अधिनायकवादी व्यवस्था के जरिये कुचला जा रहा है। यह कोई अकेले व्यक्ति की आवाज नहीं है। जब लाखों लोग एक साथ बोलते हैं तो उसमें ताकत होती है।’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘आज की राजनीति की त्रासदी यह है कि मीडिया, व्हाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक की दुनिया में बुनियादी तौर पर आवाज को दबाया जा रहा है।’