नई दिल्ली: इंडिया टीवी के खास कार्यक्रम ‘संवाद’ में बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने एक ऐसा बयान दिया है जिसपर सियासी हलकों में हलचल मच सकती है। स्वामी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यदि कोर्ट का फैसला राम मंदिर के हक में नहीं गया तो सरकार संसद में कानून पास करके कोर्ट के फैसले को पलट सकती है और उसके बाद राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा।
राम मंदिर पर तारीख पर तारीख दिए जाने पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए 'संवाद' स्वामी ने कहा, ‘पहले तो हमारा निर्णय है कि हम यह कोर्ट के जरिए करेंगे। कोर्ट के निर्णय के बारे में हम अनुमान ही कर सकते हैं। बाकी लोग जहां प्रॉपर्टी इशू पर जोर दे रहे हैं, वहीं मैं यह कहता हूं कि यह हमारा मूलभूत अधिकार है कि जहां भगवान राम पैदा हुए वहां मंदिर बनना चाहिए और मुझे उम्मीद है कि कोर्ट जुलाई तक इस पर कुछ न कुछ फैसला जरूर करेगा।’ यह पूछे जाने पर कि क्या राम मंदिर बीजेपी के लिए मजबूरी है या जरूरी, स्वामी ने कहा कि यह मंदिर बीजेपी के लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि हम राम मंदिर के दम पर ही सत्ता में आए और यह हमारे मैनिफेस्टो में भी है।
‘गांधी जी ने भी कहा था कि एक साल में देश आजाद होगा’
यह पूछे जाने पर कि आपने कहा था कि 2 साल में राम मंदिर बनेगा पर अभी तक तो नहीं बना। स्वामी ने कहा कि महात्मा गाधी ने भी 1930 में कहा था कि एक साल में भारत आजाद हो जाएगा लेकिन आजाद होने में 17 साल लग गए। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द बने इसके लिए मैं कोशिश कर रहा हूं।‘हम पार्लियामेंट में कोर्ट का फैसला पलट भी सकते हैं’
जब स्वामी से सवाल किया गया कि क्या आप कोर्ट का फैसला मानेंगे, स्वामी ने कहा कि कोर्ट के फैसले का हम ज्यादा दिन तक इंतजार नहीं कर सकते, और कोर्ट का फैसला खिलाफ आया तो हम संसद में कानून बनाकर वह फैसला पलट भी सकते हैं। स्वामी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने भी शाह बानो केस में कानून बनाकर कोर्ट का फैसला पलटा था, और हम भी ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम कोर्ट का फैसला पार्लियामेंट में बदल भी सकते हैं। कांग्रेस ने भी शाह बानो केस में ऐसा किया था।’
ओवैसी बोले, सुप्रीम कोर्ट को धमकी दे रहे हैं स्वामी
स्वामी के बयान पर AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट को धमकी दी है कि इंतजार नहीं कर सकते। राम मंदिर पर फैसला सुप्रीम कोर्ट को करना है। जब तक सुप्रीम कोर्ट तय नहीं करता, अयोध्या में चिड़िया पर नहीं मार सकती। आस्था के नाम पर राम मंदिर विवाद में फैसला नहीं होगा।’