नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के चैलेंज के बाद भाजपा नेता और जम्मू-कश्मीर के पार्टी प्रभारी राम माधव ने यू टर्न लिया है और कहा है कि वह अपने शब्द वापस लेते हैं। राम माधव ने उमर अब्दुल्ला को ट्विटर पर लिखा कि वह अपने शब्द वापस लेते हैं और सफाई दी कि यह एक राजनीतिक टिप्पणी थी न कि व्यक्तिगत।
गौरतलब है कि राम माधव ने कहा था कि पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने स्थानीय निकाय चुनावों का व्हिष्कार किया क्योंकि सीमापार से इसको लेकर निर्देश मिला होगा। उन्होंने आगे कहा कि हो सकता है सीमापार से नया निर्देश आया हो कि दोनो दल एक हो जाएं और मिलकर सरकार बनाएं।
बुधवार शाम को को जम्मू-कश्मीर में पहले पीडीपी की तरफ से सरकार बनाने का दावा पेश किया गया था और बाद में गवर्नर सत्यपाल मलिक की तरफ से विधानसभा भंग करने की घोषणा कर दी गई। विधानसभा भंग होने के बाद जम्मू-कश्मीर में पीडीपी, नेशनल कॉन्प्रेंस और कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साध रहे हैं।
जम्मू कश्मीर विधानसभा भंग होने से पहले उसमें भारतीय जनता पार्टी के 25, पीडीपी के 28, नेशनल कॉन्फ्रेंस के 15, कांग्रेस के 12 और अन्य 7 विधायक थे।