थेनी/चेन्नई: पिछले साल मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी धड़े के साथ अपने गुट का विलय करने वाले तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुझाव पर ऐसा किया। थेनी में शुक्रवार को पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में अन्नाद्रमुक संयोजक ने कहा कि पिछले साल नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के साथ शिष्टाचार मुलाकात के दौरान यह मुद्दा उठा था। पनीरसेल्वम ने बिना यह विवरण दिए कि बातचीत कब हुई, कहा, ‘उन्होंने (मोदी ने) कहा कि आप पार्टी को बचाने के लिए उनके साथ (दूसरे गुट के साथ) मिल सकते हैं।’
गौरतलब है कि अन्नाद्रमुक के दोनों धड़ों का अगस्त 2016 में विलय हो गया था। जयललिता के दिसंबर 2016 में निधन के बाद मुख्यमंत्री बने पनीरसेल्वम ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि उन्हें मंत्री पद नहीं चाहिए और वह पार्टी में पद से ही संतुष्ट हो सकते हैं। उन्होंने कहा, लेकिन प्रधानमंत्री चाहते थे कि वह पलानीस्वामी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शामिल हों।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने विलय से पहले यह संदेश पलानिस्वामी धड़े के अपने कैबिनेट सहयोगियों को दिया था। पनीरसेल्वम ने कहा कि उन्होंने भी आग्रह किया कि वह मंत्रीपद स्वीकर कर लें। उन्होंने कहा, 'इसीलिए आज मैं मंत्री हूं। मंत्री बनने की मेरी कोई हसरत नहीं है। अम्मा (जयललिता) ने मुझे 4 बार विधायक और 2 बार मुख्यमंत्री बनाया था। यही सम्मान मेरे लिए काफी है।' पनीरसेल्वम दो बार, 2001 और 2014 में, राज्य के मुख्यमंत्री बने थे जब जयललिता पर दो मामलों में दोषी करार दी गईं थीं।